फ्लाईंग सिख बना कैम्ब्रिज जालंधर का स्टूडैंट गुरिंदरवीर सिंह
जालंधर> विद्यार्थियों के लिए जितना आवश्यक अध्ययन है उतना ही खेल भी। इससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास भी होता है। कैम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल अपने विद्यार्थियों का इसी तर्ज पर विकास करता है। स्कूल के एक होनहार छात्र गुरिंदरवीर सिंह ने इसकी ताजा मिसाल पेश की है जिसने सी.जी.एफ.आई नैशनल प्रतियोगिता में महज 1०.85 सैकंड में 1०० स्प्रिंट में द फास्टैस्ट रनर ऑफ इंडिया का खिताब पाया।
गत 4 से 7 जनवरी तक पुणे में आयोजित प्रतियोगिता में कैम्ब्रिज के भी कुंदन छात्र भाग लेने गए जिनमें से गुरिंदरवीर योद्धा बनकर लौटा। हर्ष की बात है कि गुरिंदरवीर अब जून 24 से 3० जून 2०17 तक नैंसी (फ्रांस) में होने जा रही वर्ल्ड स्कूल गेम्ज में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा। गुरिंदरवीर की सफलता का श्रेय कोच सरदार सर्बजीत सिंह हैप्पी को भी मिला है जो जालंधर के सभी कैम्ब्रिज स्कूलों के एथलैटिक्स कोच भी हैं।
गुरिंदरवीर सिंह के अभिभावकों द्बारा भी कोच सरदार सर्बजीत सिंह हैप्पी तथा स्कूल प्रबंधन कमेटी के प्रति आभार व्यक्त किया गया। साथ ही कैम्ब्रिज स्कूल के होनहार विद्यार्थियों ने सी.बी.एस.ई. राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में विलक्ष्ण प्रतिभा का परिचय दिया।
वहीं, वड़ोदरा में 25 से 3० दिसंबर तक संपन्न हुई सीबीएसई की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भी स्कूल के अन्य छात्रों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। इसमें न केवल लड़के बल्कि लड़कियों ने भी कई खेलों में शानदार प्रदर्शन किया। लड़कों के वर्ग 19 में प्रीतपाल सिंह ने 2०० मीटर में गोल्ड मैडल तथा 4०० मीटर में सिल्वर मैडल, चंदनदीप पुरेवाल ने 17, कैम्ब्रिज इंटरनैशनल स्कूल, गल्र्स ने हाई जंप में गोल्ड मैडल अर्जित किया। गुरिंदरवीर ने 17 लड़कों के वर्ग में 2०० मीटर में गोल्ड मैडल जीता।
स्कूल के सीनियर स्पोर्टस कॉर्डिनेटर ए.एस. सिकंद ने गुरिंदरवीर सिंह, उसके माता-पिता तथा कोच को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी व बताया कि कैम्ब्रिज स्कूल का खेल विभाग प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सदैव छात्रवृत्तियां प्रदान करते हुए प्रोत्साहित करने के लिए तत्पर रहता है। डिप्टी कॉर्डिनेटर अनुराग तथा हरप्रीत कौर ने खेल जगत में उपलब्धि प्राप्त विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी व स्कूल प्रबंधन कमेटी के भरपूर सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया।
इस अवसर पर लîनग विंग्स के चेयरमैन अजय भाटिया उपचेयरमैन दीपक भाटिया एग्ज़ीक्यूटिव डायरैक्टर जे.के. कोहली डायरेक्टर नितिन कोहली, सी.ई.ओ. डॉ. बृजेश कुमार चीफ एजुकेशन ऑफिसर सुश्री दीपा डोगरा डायरेक्टर्ज़ ऑफ एजुकेशन सुश्री गीता महाजन सुश्री प्रीति शर्मा, मीनू हुरिया व डायरेक्टर प्रिंसीपल किरणजोत ढिल्लों उपस्थित थी। स्कूल प्रधानाचार्या ने विजय हासिल करने पर गुरिंदरवीर सिंह व अन्य खिलाड़ियों की सराहना की तथा विश्व पटल पर भारत को गौरवान्वित करने जा रहे इस खिलाड़ी को शुभकामनाएं देते हुए स्कूल की ओर से भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया।
विजेता गुरिंदरवीर ने अनुभव को सांझा करते हुए बताया कि प्रतियोगिता के दौरान बैस्ट प्लेयर्ज़ को स्पीड स्टार ट्रेनिंग एंड प्रैक्टिस के लिए आस्ट्रेलिया भेजा गया और इन्हें इंडिया के नाम की किट पहनने के लिए दी परंतु उन्होंने अत्यंत विनम्रता के साथ इसे पहनने से इंकार कर दिया। गुरिंदरवीर बोले कि वह तभी इसे धारण करेगा जब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को पदक दिलाने के लिए भाग लेगा।
कोच हैप्पी ने सहर्ष कहा कि गुरिंदरवीर सिंह का महीनों एकाग्रता के साथ अभ्यास तथा भौतिक सुख सुविधाओं से दूरी बनाए रखना उसकी सफलता में सहायक बना। इन्होंने अपनी धुन में महीनों मोबाइल फोन, टी.वी तथा मनोरंजन के साधनों जैसी सुख सुविधाओं से अपने आप को दूर रखा। इन के कोच के यह शब्द कि इन्हें जीवन में उन ऊंचाईयों को छूना है जिन से देश का नाम विश्व में रोशन हो, इन की सफलता का राज़ बने। कोच के द्बारा यह कहना कि गुरू गोबिंद सिंह जी के जन्मदिवस पर गुरिंदरवीर का यह गुरूजी को सब से बड़ा उपहार है।
अति उत्साहित कोच हैप्पी गुरिंदरवीर की सफलता पर यह भी बोले कि भारतीय टीम से जुड़कर वह बहुत गर्वित महसूस कर रहे हैं, पर यह उसकी मंजिल न होकर मंजिल तक पहुंचने की सीढ़ी मात्र है। और इसके लिए गुरिंदरवीर एकाग्रता के साथ भरसक प्रयास कर रहा है।