जय हिन्द न्यूज/जालंधर
यू-टयूब चैनल एवं सोशल मीडिया अकांउट्स पर बदनामी वाले वीडियो डालने तथा विदेशी नंबरों से धमकी देकर सीनियर वकील मंदीप सिंह सचदेव से ब्लैकमेलिंग का मामला शांत होता दिखाई नहीं दे रहा है। पहले केस दर्ज फिर फिरौती की रकम लेने आए युवक को काबू करने के बाद रिलीज कर देने से नाराज वकीलों ने सोमवार को नो वर्क किया।
उधर, विगत दिवस बार कौंसिल पंजाब एंड हरियाणा के संज्ञान के बाद आज बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने भी मामले का संज्ञान लेेते हुए पंजाब के डीजीपी को मामले में सख्ती दिखाने की सिफारिश की है। मैंबर सुवीर सिद्धू ने डीजीपी पंजाब को लिखे पत्र में पूरे घटनाक्रम में उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की है।
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान आदित्य जैन ने कहा कि पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर के तत्काल संज्ञान के बाद अधीनस्थ स्टाफ ने मामले में जमकर लापरवाही बरती। फिरौती की रकम लेने आए युवक को बिना ठोस जांच के रिहा करने पर भी वकीलों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। जैन ने कहा कि शर्मनाक है कि पुलिस का सहारा लेने के बाद भी मुख्य आरोपी बदनामी वाली वीडियो प्रसारित करने के मंसूबे में कामयाब हो गया।
वकील गुस्साए-शोर मचा तो हरकत में आई पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर रंधावा ने खुद लीड करके यू-टयूब चैनल से विवादित वीडियो डिलीट करवाए। हालांकि इस प्रौसैस में दस घंटे का समय लग गया। वकीलों में रोष कि जांच टीम तथा सुपरविजन कर रहे अफसरों ने समय रहते चैनल ब्लाक करवाने हेतु कोई प्रयास नहीं किया। खुद एडवोकेट मंदीप सिंह सचदेव ने भी भावुक होकर पुलिस प्रति नाराजगी जाहिर की।
यही कारण रहा कि आज गुस्साए वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोहराया कि फिरौती रकम लेने आए युवक को पकड़ा और उसे भी विक्टिम बताकर छोड़ दिया और आगे न तो कोई जांच की और न ही चैनल को बंद करवाने के लिए प्रौसैस चलाया। पुलिस ने गनमैन भेज दिए जबकि जांच प्रति कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
उधर, सीपी धनप्रीत कौर ने बताया कि विवादित यू-टयूब चैनल को ब्लाक करने का आदेश कोर्ट से मिल गया है जिस बाबत संबंधित अथारिटी को भेज दिया गया है। केस की जांच में लापरवाही के आरोपों की भी जांच की जा रही है। इस मामले को सख्ती से निपटा जा रहा है। नैटवर्क को ब्रैक करने की पूरी कोशिश की जा रही है।