जय हिन्द न्यूज/जालंधर
स्थानीय बस स्टैंड नजदीक AGI बिजनैस सैंटर स्थित पंजाब की सरकारी मान्यता प्राप्त एवं सबसे पुरानी ट्रैवल एजैंसी OM VISA संचालक अब खुद फंसते दिखने लगे हैं। हालांकि उनके खिलाफ अभी रिवर्स जांच शुरू नहीं हुई लेकिन ताजा खबर सामने आ रही है कि उनके द्वारा अपने स्टाफ मैंबर्स के खिलाफ दर्ज करवाए मामले को पुलिस कमिश्नर जालंधर ने कैंसिल कर दिया है।
जानकारी मिली है कि पुलिस कमिश्नर ने एक जांच रिपोर्ट के आधार पर बीते समय के दौरान OM VISA संचालक साहिल भाटिया की ओर से अपने स्टाफ मैंबर्स सिमरन कौर तथा प्रिंस आदि के खिलाफ दर्ज करवाए ठगी के मामले को कैंसिल कर दिया है। CP के आदेश पर थाना पुलिस ने जांच रिपोर्ट भी कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर दी जिसका साहिल भाटिया के विरोध जाहिर करने पर आगे जांच के लिए लिखा गया है।
बहरहाल, ओम वीजा संचालक साहिल भाटिया एक बार फिर सवालों और रिवर्स जांच के घेरे में आने से बच गए हैं। चूंकि विदेश भेजने का झांसा देकर ठगी करके के मुख्य आरोप ओम वीजा पर लगे थे जिसको भाटिया ने अपने स्टाफ मैंबर्स की तरफ डायवर्ट कर दिया था।
अब चूंकि जांच में उनको क्लीनचिट मिल गई जिसके बाद साहिल भाटिया के खिलाफ रिवर्स जांच शुरू हो सकती थी लेकिन उनके प्रोटैस्ट स्टेटमैंट से फिलहाल मामला लटक गया है लेकिन दूसरी तरफ फ्रॉड के शिकार लोग अपनी तैयारी करके बैठे हैं कि जैसे ही इनकी बेगुनाही पर अदालत की मोहर लगेगी वो साहिल भाटिया के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल देंगे।
उधर, कानूनविदों की माने तो पवन खरबंदा बनाम स्टेट ऑफ पंजाब की जजमैंट के मुताबिक पुलिस एक बार जांच के बाद आगे जांच नहीं कर सकती है। राहत पाने वाले आरोपियों के वकील के मुताबिक वो जल्द पुलिस के साथ तालमेल करके कैंसलेशन रिपोर्ट को दोबारा पेश करने की मांग करने जा रहे हैं। कुल मिलाकर ओम वीजा संचालक साहिल भाटिया के सामने फिर से कानूनी मुश्किलें खड़ी होती दिखाई दे रही है।