जय हिन्द न्यूज/जालंधर
प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व वाले जालंधर जिमखाना क्लब को अंतत: महिला कर्मचारी के कानूनी इंकलाब के समक्ष सरैंडर करना पड़ा। महिला कर्मचारी बबीता जिनको बीते समय के दौरान क्लब प्रबंधन ने खड़े पैर नौकरी तो जबाव दे दित्ता सी, को अब उसको बनता हक मिल गया है जिसके चलते कोर्ट ने राजीनामा के आधार पर केस क्लोज कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक जालंधर जिमखाना क्लब प्रबंधन ने महिला कर्मचारी बबीता को उनके हक की बनती पांच लाख रुपए की रकम का चैक नंबर 001001 दिनाक 31.07.2025 सौंप दिया जिसके आधार पर दोनों पक्षों में कोर्ट केस वापस लेने पर सहमति बन गई। हालांकि पहले क्लब ने उसको नौकरी से निकालते हुए कुछ भी सेवा लाभ देने से इंकार कर दिया था।
एकाएक नौकरी से निकाले जाने तथा कोई सेवा लाभ न दिए जाने के विरोध स्वरूप महिला कर्मचारी बबीता ने पहले तो प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष काफी माथापच्ची की लेकिन जब किसी ने गुहार न सुनी थी तो उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट के अंतरिम आदेश के खिलाफ बबीता सैशन कोर्ट भी गई लेकिन उसी दौरान राजीनामा का प्लेटफार्म बन गया और दोनों पक्ष पांच लाख रुपए में सैटल पर राजी हो गए।