बेशक वकील फीस लेकर अपने क्लाइंट का केस लड़ता है लेकिन जब केस को अपना समझ कर लड़ता है तो केस जीतने पर मान-सम्मान मिलना तय होता है। ऐसा ही एक नज़ारा यहाँ जालंधर शहर में उस समय देखने को मिला जब 90 से भी ज्यादा उम्र की औरत अर्बन एस्टेट इलाके में रहने वाले वकील अजयपाल सिंह पठानिया के घर बने आफिस में खुशी से झूमती दाखिल हुई। चेहरे पर रौनक और हाथ में 5100 का हार लेकर नाचते देख आसपास के लोग भी समझ गए कि वकील साब ने कोई केस जीता है।संपर्क करने पर श्री पठानिया ने बताया कि शांति रानी पत्नी स्व. सोहन लाल का नकोदर रोड जालंधर स्थित संपति बंटवारे का केस फाइनल हुआ है जिसमे अब उनको पहले से ज्यादा हिस्सा मिलेगा। पति की मृतयु के बाद हुए एक फैंसले में उनका बनता पूरा हक नहीं दिया गया था। कुुुल चार केस में उनका हाइकोर्ट तक पूरा जोर लगा। कारण यह भी था कि एक तो विधवा औरत पर वो भी वयोवृद्ध, इसलिए महिला को माँ स्वरूप मान कर केस स्टडी किए तो जीत के आसार भी बनते चले गए। महिला शांति रानी ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह वकील उनके लिए भगवान का दूजा रूप साबित हुआ है।