JNN/New Delhi
करतारपुर कारीडोर के संबंध में भारत-पाकिस्तान के आधिकारियों की तीसरे दाैर की बैठक आज अटारी में हुई। आज की बैठक में जिन महत्वपूर्ण मामलों पर बात हुई उनमें श्रद्धालुओं के लिए पूरा साल कारीडोर खोलना व गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पाबंदियों से बिना वीजा मुक्त यात्रा करना शामिल रहा। इन दोनों पर दोनों देशों के अधिकारियों ने सहमति जता दी। इसके इलावा इस कॉरिडोर द्वारा रोज़मर्रा के 5000 श्रद्धालु गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करेंगे। दोनों देश रावी दरिया पर पुल बनाने के लिए भी सहमत हो गए हैं। बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजरों के बीच एक सीधी संचार लाईन स्थापित की जाएगी। बुधवार को दोनों देशों के बीच हुई बैठक में करतारपुर कॉरिडोर से आपात निकासी पर भी चर्चा हुई। दोनों देश आपात निकासी प्रक्रिया पर राजी हो गए हैं, खासकर उन मौकों के लिए जब मेडिकल इमरजेंसी की हालत हो। इस उद्देश्य के लिए बीएसएफ और पाकिस्तान रेजर्स के बीच सीधी बातचीत की व्यवस्था होगी। दोनों देश कॉरिडोर से करतारपुर जाने वाले यात्रियों की जानकारी को मुहैया कराने की प्रक्रिया पर भी सहमत हो गए हैं। पाकिस्तान श्रद्धालुओं के बीच बंटने वाले प्रसाद और लंगर के लिए भी जरूरी इंतजाम करने पर सहमत हो गया है। दोनों देश यात्रियों को सुरक्षित और सौहार्द्रपूर्ण माहौल मुहैया कराने पर सहमत हुए हैं। इससे पहले पिछले दिनों डेरा बाबा नानक में दाेनों देशों के अधिकारियों की बैठक हुई थी। उस बैठक में कॉरिडोर में रावी दरिया पर पुल के निर्माण के मुद्दे पर मतभेद सामने आया था।