नकदी की समस्या से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज के विमानों का परिचालन बंद होने का खतरा पैदा हो गया है। जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने एयरलाइन पार्टनर एतिहाद एयरवेज को पत्र लिखकर उनसे 750 करोड़ रुपए की नकदी की तत्काल मांग की है। गोयल ने कहा कि कंपनी के हालात बेहद संकटपूर्ण है इसलिए एयरवेज को बचाने के लिए उन्हें अगले हफ्ते तक रकम चाहिए। गोयल के बताया कि जेट एयरवेज को जेट प्रिविलेज के शेयर गिरवी रखने के लिए भी उड्डयन मंत्रालय ने मंजूरी मिल चुकी है। लॉयल्टी प्रोग्राम जेट प्रिविलेज में जेट एयरवेज की 49.9% हिस्सेदारी है। बाकी शेयर एतिहाद एयरवेज के हैं। गौर हो कि जेट एयरवेज को चालू रखने के लिए इमर्जेंसी फाइनैंसिंग जरूरी है। कंपनी के 119 विमानों में से केवल 70 विमान ही उड़ान भर रहे हैं और पट्टा कंपनियां हर दूसरे दिन कार्रवाई कर रहे हैं। सितंबर 2018 में एयरलाइन के बेड़े में 124 हवाईजहाज थे, जिनमें से 16 कंपनी के अपने विमान थे।