जय हिन्द न्यूज/अमृतसर। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को अंतत: करतारपुर कॉरिडोर की नींव रख दी। यह कॉरिडोर भारतीय सीमा से पाक सीमा के अंदर तक बनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम स्थल पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल व केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला मौजूद रहे। समारोह के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर बाजवा को हड़काते हुए कहा कि कि याद रखें कि हमारी रगों में भी पंजाबियों का खून बहता है। अगर वह पंजाब में कोई गड़बड़ करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने कहा, मैं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का धन्यवाद करना चाहता हूं लेकिन इसके साथ ही पाकिस्तानी फौज के मुखिया जनरल बाजवा को एक संदेश भी देना चाहता हूं। मैं भी फौज में रहा हूं। यह जो पाकिस्तान में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ हैं, वह सॢवस में मुझसे बहुत पीछे हैं। मैं तो जनरल मुशर्रफ से भी सीनियर हूं। हम फौज में रहे हैं तो अपने देश की रक्षा हमेशा हमारे दिल में होती है। उनके दिल में भी यह होना चाहिए। यह किसने सिखाया है कि फौज में आप पाकिस्तानी सीमा से गोलियां चलाकर हमारे जवानों को गोली मार दो। यह किस ने बताया था कि पठानकोट या दीनानगर में घुसकर लोगों को और सेना के जवानों को मार दो। या मेरे अमृतसर के गांव में जहंा लोग सुबह कीर्तन कर रहे थे वहंा आप ग्रेनेड फेंककर उनको मौत की नींद सुला दो। शिलान्यास से पहले कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जिसकी बनाई हुई एसआईटी के कारण 1984 सिखों के दंगों के आरोपियों को सजा मिली। आज कोर्ट ने दो आरोपियों को सजा सुना दी है, वो दिन दूर नहीं जब सभी आरोपियों को सजा होगी। उन्होंने कहा कि 70 साल में देश में कई प्रधानमंत्री आए और गए लेकिन मोदी जी के आने के बाद ही ये कॉरिडोर बनाने का फैसला किया गया। केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का शुक्रिया भी अदा किया और करतारपुर बॉर्डर के लिए बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जो काम 70 साल से रुका हुआ था, वो अब मुझे करने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हम करतारपुर कॉरिडोर को चार लेन के तहत बनाएंगे, हम इस काम को 4-4.5 महीने में ही पूरा कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर के बनने से पंजाब के टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि पंजाब की सरकार हमारे काम में लगातार सहयोग कर रही है। इस कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद भारतीय सिख समुदाय के लोग बिना किसी वीजा के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेक सकेंगे। बता दें कि 28 नवंबर को पाकिस्तान भी अपने अधिकार क्षेत्र में निर्माण शुरू करने जा रहा है।