किंगदाओ : संघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भाग लेने चीन के किंगदाओ में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चीन के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। किंगदाओ पहुंचने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने बैठक के प्रथम चरण में भारत और चीन के बीच मजबूत संबंंध बनाने के लिए कई मुद्दों पर समझौता किआ। एक बैठक के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ समझौतों पर सहमति बनी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के साथ किंगदाओ गए भारत के उच्चस्थ प्रतिनिधिमंडल की एक द्विपक्षी बैठक उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिरजियोयेव के साथ हुई। दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में हिस्सा लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी चीन के चिंगदाव पहुंच चुके हैं। ये बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है कि भारत सदस्य देश की हैसियत से अपनी बात चीन और रूस के सामने रखेगा।
बैठक के बाद यह बोले मोदी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और चीन के मजबूत संबंधों से पूरी दुनिया को स्थिरता की प्रेरणा मिल सकती है। इससे पहले दोनों नेताओं ने मई माह के दौरान चीन के वुहान शहर में मुलाकात की थी।
बैठक से पहले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के महासचिव राशिद अलीमोव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर एससीओ से जुड़े अनेक मुद्दों पर चर्चा की और इसमें भारत के योगदान की सराहना की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया , ‘‘एससीओ शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर शंघाई सहयोग संगठन के महासचिव राशिद अलीमोव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। एससीओ के महासचिव ने कहा कि 2017 में एससीओ का पूर्ण कालिक सदस्य बनने के बाद से भारत संगठन को अत्यंत योगदान दे रहा है।''