भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सम्पर्क फॉर समर्थन अभियान के तहत एक दिवसीय दौरे पर चंडीगढ़ पहुंचे हैं। चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत पार्टी नेताओं द्वारा किया गया। शाह उसके बाद चंडीगढ़ के सैक्टर-4 स्थित पूर्व मंत्री प्रकाश सिंह बादल के घर पहुंचे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अकाली दल के सुप्रीमो व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री परकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल समेत वरिष्ठ नेताओं के साथ मीटिंग करते हुए फैसला किया है कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच हर स्तर पर मिलकर कार्य करने के लिए दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं को शामिल करने के लिए एक समन्वय समिति बनाई जाएगी। शिअद के यहां जारी बयान के अनुसार बैठक में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी उपस्थित थे। बादल ने बैठक को सकारात्मक और परिणामकारी करार दिया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों में कई प्रदेश और राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। बादल ने कहा कि दोनों पक्षों में पंजाब के किसानों की समस्याओं पर भी बात हुई और दोनों पक्षों ने माना कि खेती की बढ़ती लागत, कृषि उत्पाद के लिए प्रतिकूल बाजार स्थितों के कारण खेती लाभाकारी पेशा नहीं रह गया है और पंजाब जैसे राज्यों में लोग किसानी नहीं छोड़ रहे तो इसका कारण यही है कि उनके पास और कोई चारा नहीं है। पिछले पंद्रह महीनों में पंजाब में किसानों की आत्महत्याओं की घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की गई। अकाली-भाजपा गठबंधन को देश में सबसे पुराने और मजबूत गठजोड़ की संज्ञा देते हुए श्री बादल ने कहा कि यह राजनीतिक गठजोड़ से ऊपर उठकर राज्य में शांति और सांप्रदायिक सद्भावना की भावना का प्रतीक है। शिअद नेताओं ने केंद्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार का गुरू का लंगर को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से मुक्त करने, पंजाब के गन्ना उत्पादकों के लिए 800 करोड़ रुपये देने के निर्णयों को लेकर आभार व्यक्त किया। शिअद के बयान के अनुसार दोनों पक्षों में गुरू नानक का 550वां प्रकाश उत्सव को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर मनाने पर भी सहमति हुई। यहाँ अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि अकालियों और भाजपाइयों में कोई खटास नहीं है, हम मिलकर मिशन 2019 पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन मजबूत है और हमेशा के लिए है। हमारे बीच न कोई विवाद है और न ही हो सकता है। मेरी सभी से अपील है कि मिशन 2019 पूरा करने में सहयोग करें। यह समय मिलकर आगे बढ़ने का है। हमें इकट्ठे होकर चुनाव जीतने के लिए प्रयास करने चाहिएं। अमित शाह ने गठबंधन की पार्टियों को अभी से अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सक्रिय हो जाने को कहा।