जय हिन्द न्यूज/जालंधर
साल 2024 के दौरान दीपावली की रात सिटी के खिंगरा गेट के नजदीक हुए बहुचर्चित बादशाह मर्डर केस को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। करीब छह महीने से न्यायिक हिरासत में चल रहे मनु कपूर गैंग के सदस्य चक्षित सचदेवा को माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा करने का आदेश जारी किया है।
आज पटीशन पर सुनवाई के दौरान आरोपी चक्षित सचदेवा के वकील ने माननीय हाईकोर्ट बैंच के समक्ष कुछ ठोस दलीलें पेश की जिसको सुनने के बाद जस्टिस संजय वशिष्ठ के बैंच ने आरोपी चक्षित की रैगुलर जमानत अर्जी मंजूर कर ली और ट्रायल कोर्ट को बेल बांड लेकर उसकी रिहाई का आदेश जारी करने का निर्देश जारी किया।
हत्या के संगीन मामले में नामजद आरोपी मनु कपूर गैंग के मैंबर चक्षित सचदेवा को उच्च अदालत से यह राहत मिलने से संकेत जारी हुआ है कि केस में ऐसे काफी पहलू रहे होंगे जो अब कानूनी दृष्टि में कमजोर साबित हो रहे हैं। अत: परिणामस्वरूप उन सभी का प्रत्यक्ष लाभ जेल में बंद आरोपी चक्षित सचदेवा को मिला है।
वहीं, आरोपी चक्षित सचदेवा को रैगुलर जमानत मिलने के बाद अब मुख्य आरोपी मनु कपूर को भी जमानत लाभ मिलने की उम्मीद जग गई होगी। इस मामले में दोनों पर एक जैसे आरोप हैं। और तो और आरोपी मनु कपूर पक्ष घटना के बाद से यह दावा करता चला आ रहा है कि फायर उनके क्षेत्र में आकर उन पर किया गया था, जो हुआ वो एक गैर इरादतन कृत्य था जिसमें बादशाह की मौत हो गई।
बहरहाल, घटना के बाद पहले पुलिस की जांच होती है और फिर उसके बाद कानून के खेल जिसमें फिलहाल चक्षित सचदेवा को जीत प्राप्त हो गई है। छह महीने के दौरान पीडि़त पक्ष के बयान और पुलिस की जांच के किन कमजोर पहलुओं का परिणाम रहा कि आरोपी चक्षित को जमनानत लाभ मिला, यह देखना शेष होगा।
गौरतलब है कि स्थानीय अली मोहल्ला जालंधर निवासी ऋषभ उर्फ बादशाह हत्याकांड के बाद थाना 3 पुलिस ने हत्या, आम्र्स एक्ट सहित अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। घटना में एक ईशु नामक युवक भी गंभीर घायल हुआ था। केस में मनु व उसके अन्य साथियों को नामजद किया था और मनु और चक्षित को गिरफ्तार कर लिया था। थी। वहीं फायरिंग के बाद आरोपी मनु का घटनास्थल से फरार होने का एक वीडियो भी देर रात सामने आया था जिसमें वह हाथ में हथियार लेकर फरार होता नजर आया था।
वहीं पीड़ित के परिजनों व सर्मथकों ने अस्पताल के बाहर धरना प्रर्दशन कर वारदात के आरोपी मनू कपूर गैंग के साथियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। माहौल गरमाता देख जालंधर के पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा भी मौके पर पहुंच गए और लोगों को शांत करवाने की कोशिश की। घटना के बाद मृतक के सर्मथकों व एस.के. कल्याण ने बताया कि एक दिन पहले मनू कपूर, साजन सहोता व उसके गैंग के 12 साथियों ने मिलकर ऋषभ कुमार उर्फ बादशाह को अकेले घेर कर पिटाई की थी और अगले दिन राजीनामा करने के लिए मनू कपूर ने बाप-बेटा ने बुलाया था। ऋषभ कुमार व इशू दोनों खिंगरा गेट के पास पहुंचे थे कि मनू कपूर और उसके पिता ने उन्हें घेर कर हमला कर दिया। दोनों किसी तरह जान बचा कर भाग रहे थे कि मनू कपूर व अन्य हमलावर जिनके हाथ में 3 रिवालवर थे, जिनमें से मनू कपूर ने दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस दौरान करीब 9 राऊंड चले, जिसमें दो गोलियां बादशाह के पेट में लगी और एक गोली इशू के हाथ में लगी जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह दोनों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया। बादशाह की हालत गंभीर को देखते हुए प्राइवेट अस्तपाल में रैफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई।