जय हिन्द न्यूज़/जालंधर
कन्या भ्रूण हत्या कानून के उल्लंघन और साजिशन ठगी मामले में नामजद यहां के शहीद उधम सिंह नगर स्थित रतन अस्पताल के संचालक डॉक्टर बलराज गुप्ता को अचानक पुलिस की गिरफ़्तारी का डर सताया है। पता चला है कि पुलिस हरकत से घबराये डॉक्टर गुप्ता ने अग्रिम ज़मानत दायर की है।
याद करवा दे कि कथित वीजा फ़्रॉड केस में पहले ही थाना 6 में CANNWINGS वाली मैडम डायमंड सोढ़ी के साथ पुलिस जांच का सामना कर रहे डॉक्टर गुप्ता को साल 2020 में थाना 4 पुलिस ने हेल्थ विभाग के एक high level स्टिंग ट्रैप के जरिए नामजद किया था और मशीन भी सील कर दी थी।
हालांकि मधुरभाषि एवं अपने चिर-परिचित मनमोहक अंदाज़ से डॉक्टर बलराज गुप्ता हर बार की तरह उस समय भी अपने high profile लिंक के चलते गिरफ़्तारी से बच गए थे और केस को हर बार की तरह कहलवा कर "बट्टे खाते" में डलवा दिया गया था।
जानकार बताते हैं कि हेल्थ विभाग की उच्च स्तरीय जांच में भी आरोपी डॉक्टर बलराज गुप्ता को कोई राहत नहीं मिली थी। मगर फिर भी मिसल थाने में रुल रही थी कि हाल ही में माननीय हाईकोर्ट की खिंचाई के बाद FIR डाटा जीरो बैलेंस करने के दौरान डॉक्टर साब का नंबर भी आ गया।
बहरहाल, देखना शेष होगा कि जमानत अर्जी पर कोर्ट का क्या रुख रहता है क्योंकि पांच साल बाद पहली बार इस मामले को लेकर पुलिस हरकत में आई है। इस दौरान गवाहों और सबूतों की क्या सत्यता और एहमियत बची होगी या फिर वो अब तक खुद अलोप हो चुके होंगे।