जय हिन्द न्यूज़ /जालंधर
करीब तीन साल पहले सीलिंग कार्रवाई के नोटिस के खिलाफ कोर्ट जाने वाले JP नगर के अवैध निर्मित अस्पताल को अब MCJ सील करने जा रहा है। कारण, अस्पताल संचालक डॉक्टर मुनीश अग्रवाल कोर्ट केस डिसमिस करवा बैठा है।
खबर यह भी कि अस्पताल संचालक MCJ में शिकायत करने वाले युवा नेता अभि बक्शी के खिलाफ किए केस में अपने आरोप साबित नहीं कर पाया जिसके बाद अभि बक्शी अब dettol साबुन से हाथ धोकर उनके पीछे पड़ गया है।
ताज़ा जानकारी मिली है कि जालंधर नगर निगम (Jalandhar Municipal Corporation) की बिल्डिंग ब्रांच ने जेपी नगर स्थित अग्रवाल लीवर एंड गट सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Aggarwal Liver Hospital) को सील करने से पहले तीसरा और फाइनल नोटिस जारी किया है।
निगम अधिकारी सुखदेव वशिष्ठ के मुताबिक जेपी नगर विकास स्कीम में अवैध रूप से चल रहे Aggarwal Liver Hospital को नोटिस जारी कर तीन दिन मे मंजूरी दिखाने के लिए कहा गया है। कोई कोर्ट केस नहीं और कोई रोक नहीं है इसलिए अब अवधि समापत होते ही सील लगा दी जाएगी।
अभिषेक बख्शी ने की शिकायत
समाज सेवक अभिषेक बख्शी ने जेपी नगर स्थित अग्रवाल लीवर अस्पताल की शिकायत मुख्यमंत्री दफ्तर समेत, स्थानीय निकाय विभाग के डायरेक्टर, नगर निगम जालंधर के कमिश्नर और एमटीपी जालंधर को कई बार शिकायत की है। बख्शी की शिकायत के बाद अग्रवाल लीवर अस्पताल को सील करने के आदेश भी जारी हो चुके हैं, लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हुई। नोटिस मिलने के बाद अस्पताल संचालक कोर्ट चला गया था और बक्शी पर भी केस कर दिया था जिससे मामला लंबित चल रहा था।
उधर, नोटिस भेजने वाले निगम अधिकारी ने बताया कि जेपी नगर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट स्कीम का हिस्सा है। यहां किसी भी तरह की कारोबारी गतिविधियां नहीं की जा सकती है। रिहाइशी इलाके में अस्पताल नहीं बनाया जा सकता है। इसे लेकर नोटिस जारी किया गया है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।