जय हिन्द न्यूज/जालंधर
राखी बाँधने वाली बहन के साथ मिलिभुक्त करके विदेश बैठे NRI भाई की रजिस्ट्रेड POA प्रॉपर्टी को अनरजिस्ट्रेड वसीयत के आधार पर बेचने के आरोपी कांग्रेस नेता अश्वन भल्ला और कोहाड़ साब दे जवाई निरवैल सिंह समेत अन्य आरोपियों को पुलिस तलाश रही है।
बहन-भाई के रिश्ते को तार-तार करने वाले इस मामले में फरार चल रहे भल्ला और निरवैल को जालंधर की सेशन कोर्ट ने अग्रिम जमानत लाभ देने से इंकार कर दिया है। गिरफ़्तारी से बचने के लिए दोनों ने एक साथ और अन्य आरोपियों ने अलग से अग्रिम जमानत अर्जी लगाई थी।
बहरहाल, फरार आरोपियों को अब राहत के लिए उच्च अदालत का रुख करना पड़ेगा। बता दे कि एक उच्च स्तरीय जाँच के बाद NRI अर्बन थाना में कांग्रेस नेता अश्वन भल्ला समेत जमीन खरीदने वाले काफी लोगों को ठगी-जालसाजी की एफआईआर में नामजद किया गया था जिसके बाद से सभी फरार चल रहे हैं।
रिकॉर्ड मुताबिक उच्च स्तरीय जांच में पाया गया है कि आरोपियों ने एक unregistred जाली वसीयत के आधार पर 280, लाजपत नगर, जालंधर निवासी चन्दर जीत सिंह पुत्र प्रीतम सिंह (POA Jaswinder Singh of Canada) की पैतृक जमीन 468/1L Model Town, Jalandhar को आगे बेच दिया और जिस अन registred वसीयत के आधार पर बेचा उसकी तस्दीकी फर्जी लोगों से करवा दी।
आरोप यह भी है कि शिकायतकर्ता जसपाल कौर की फर्जी वसीयत बनाई गई और उसको आगे बेचा गया जिसमें कांग्रेस नेता अश्वन भल्ला ने भी पावर ऑफ अटार्नी लेकर सौदा करके नकोदर के निरवैल सिंह इत्यादि को बेच दिया।
उधर, खुद पर लगे आरोपों पर कांग्रेस नेता अश्वन भल्ला सफाई पेश कर चुके हैं। भल्ला ने खुद को बेकसूर बताया है। भल्ला का दावा है कि वो खुद इस मामले में विक्टिम है और केस की दोबारा जांच की अर्जी दायर कर चुके हैं। उनको राजनितिक शिकार बनाया जा रहा है। जल्दी जाँच में मेरा पक्ष सुनकर इंसाफ होगा लेकिन सेशन कोर्ट के ताज़ा फैसले ने उनके इस दावे पर भी सवालिया निशान लगा दिया है।
भल्ला के मुताबिक मामला एनआरआई से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने आनन-फानन में दर्ज किया है और दस्तावेजों की पड़ताल तक नहीं करवाई है। बहरहाल, कांग्रेस नेताओं के संपति विवादों के चलते दर्ज होने वाले क्रिमिनल केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है।
हाल ही में सिटी पुलिस ने पूर्व कांग्रेस पार्षद विजय दकोहा के खिलाफ मामला दर्ज करके उसको गिरफ्तार कर लिया था और आज अगले दिन कांग्रेस के अश्वन भल्ला पर ठगी-जालसाजी का मामला दर्ज होने की बात सामने आई है। अब देखना शेष होगा कि आने वाले समय में यह केस क्या करवट लेते हैं।