जय हिन्द न्यूज/जालंधर
शिव सेना प्रधानगी की आड़ में लोगों को ब्लैकमेल करने वाले नरिंदर थापर की उच्च स्तरीय जांच में एक नई करतूत उजागर हुई है। खबर आई है कि ब्लैकमेलिंग करने में जेल की सजा काट चुका नरिंदर थापर अब पंजाब पुलिस की जांच में ठग गैंग बनाकर गैरकानूनी ढंग से ट्रैवल एजैंटी का धंधा तथा राज्य के भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर ठगी करता पाया गया है।
ताजा जानकारी मिली है कि राज्य के डीजीपी गौरव यादव के निर्देश पर कार्यरत जिला होशियारपुर पुलिस ने उक्त जालंधर निवासी ब्लैकमेलर नरिंदर थापर को उसके ठग गिरोह के तीन अन्य सदस्यों समेत थाना हरयाना में विदेश भेजने का झांसा देकर ठगने के आरोप में आईपीसी की धारा 406, 420 तथा 120-बी के तहत नामजद किया है जबकि अन्य धाराएं जोडऩे को लेकर जांच जारी है।
जानकारी मिली है कि पुलिस केस दर्ज होने के बाद से आरोपी नरिंदर थापर अपने गिरोह के सदस्यों समेत फरार है। जिला होशियारपुर की पुलिस उसकी तलाश में जालंधर में लगातार रेड कर रही है। फिलहाल पुलिस के हत्थे थापर गिरोह का कोई मैंबर नहीं चढ़ा है। थापर का जालंधर आफिस भी काफी दिनों से बंद बताया जा रहा है।
वहीं, दूसरी तरफ सूत्रों से पता चला है कि मुख्य आरोपी नरिंदर थापर गिरफ्तारी से बचने के लिए भेष बदल कर फगवाड़ा और मोहाली स्थित शिवसेना नेताओं के घर पर छिपकर रह रहा है और रोज लोकेशन चेंज कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि फरार आरोपी नरिंदर थापर ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत भी दायर की है।
दरअसल, इस शिव सेना थापर ठग गिरोह के खिलाफ (हरयाना) होशियारपुर के गांव नंगल ईशर निवासी हरदीप सिंह पुत्र विक्रम सिंह की शिकायत पर जिला होशियारपुर पुलिस ने एक्शन लिया है। हरदीप ने नरिंदर थापर, राज कुमार, गिन्नी तथा राहुल नामक युवकों के खिलाफ विदेश भेजने का झांसा देकर 11.50 लाख रुपए ठगने का आरोप लगाते 06 जुलाई 2024 को शिकायत दी थी।
शिकायत में हरदीप सिंह ने बताया कि उनके जानकार गांव फतेहपुर (होशियारपुर) निवासी जोगिंदर सिंह ने उनको आरोपी नरिंदर थापर जोकि बीएमसी चौक के पास एक आफिस में बैठता है, के साथ मिलवाया था। उस आफिस के बोर्ड तथा पोस्टर पर उसके नाम के साथ शिव सेना (समाजवादी) प्रधान लिखा था। बताया कि आफिस में ही मुलाकात अन्य आरोपी राज कुमार के साथ हुई थी।
हरदीप के मुताबिक वो अपने पुत्र हरप्रीत को विदेश साइप्रस स्टडी बेस पर भेजना चाहता था तथा जोगिंदर सिंह ने उसकी मुलाकात जालंधर के नरिंदर थापर के साथ यह बताकर करवाई थी कि यह लोग ट्रैवल एजैंटी का कारोबार करते हैं। हरदीप के बयानों के मुताबिक आरोपी नरिंदर थापर ने मुलाकात के दौरान खुद को वकील बताया और उनको अपने साथियों राजकुमार, गिन्नी तथा राहुल से पहचान करवाई थी।
शिकायत में हरदीप ने बताया कि 15 लाख रुपए का पैकेज बताकर आरोपी थापर गैंग ने उनके बेटे का पासपोर्ट तथा अन्य दस्तावेज अपने कब्जे में रख लिए। इसके बाद फाइल चार्ज, मैडीकल, अंबैसी फीस तथा टिकट खरीदने के नाम पर कुल 11.50 लाख रुपए अपने खातों में डलवा लिए। मगर बेटे हरप्रीत को विदेश नहीं भेजा जबकि जो टिकट व वीजा व्हाटसएैप पर भेजा वो जाली निकला।
हरदीप ने आरोप लगाया कि जब काफी समय बीतने पर भी विदेश भेजने का वायदा पूरा होता दिखाई नहीं दिया तो उसने अपनी रकम वापस मांगी। पहले तो थापर और राज कुमार ने चैक जारी कर दिए जो बांऊस हो गए। बातचीत करने पर आरोपी नरिंदर थापर तथा राजकुमार झूठे केसों में फंसाने की धमकियों पर उतर जाए, जिसके चलते शिकायत पेश की गई।
गौरतलब है कि आरोपी नरिंदर थापर हमेशा लोगों को ब्लैकमेल करने को लेकर चर्चा में रहा है। एक डॉक्टर को ब्लैकमेल करने के मामले में तो थापर 1 साल 11 महीने की सजा भी भुगत चुका है जबकि साल 2015 के दौरान फगवाड़ा में इसके खिलाफ पुराने गैंग मैंबरों के साथ ट्रैवल ठगी का मामला दर्ज हो चुका है। वहीं, अन्य कई संगीन धाराओं के तहत दर्ज मामलों को लेकर अदालती कार्रवाई जारी है। ताजा मामले में शिकायत पक्ष का कहना है कि वो आरोपी को जेल भिजवाकर रहेंगे जबकि आरोपी थापर गैंग के खिलाफ जालंधर में भी विदेश भेजने का झांसा देकर ठगने के चलते शिकायतों को सिलसिला शुरू हो गया है। पीडि़तों ने सोमवार को जालंधर में नई शिकायतें दायर करने की बात कही है जिन्होंने करीब महीना पहले थापर गैंग के आफिस के समक्ष किसान संगठनों को साथ देकर धरना प्रदर्शन किया था। अब देखना शेष है कि होशियारपुर पुलिस के बाद जालंधर पुलिस थापर गैंग शिकंजा कसती है या नहीं।