जय हिन्द न्यूज/जालंधर
पंजाब में ट्रैवल प्रोफैशनल्ज एक्ट लागू होने के बावजूद जिला होशियारपुर पुलिस जाली ट्रैवल एजैंटों पर मेहरबान है। पुख्ता सबूतों पर आधारित संगीन आरोपों की शिकायत के बाद भी जिला पुलिस की ओर से जाली ट्रैवल एजैंटों पर आईपीसी की धारा 406,420, 24 इमीग्रेशन एक्ट की मामूली धाराओं के तहत केस दर्ज किए जा रहे हैं।
टांडा थाना में दर्ज हुए एक ताजा मामले ने जिला होशियारपुर पुलिस की कार्यशैली पर एक सवालिया निशान खड़ा किया है। इस मामले में बिना लाइसैंस ट्रैवल कारोबार करने वाले एक जाली ट्रैवल प्रेम सिंह के खिलाफ जालंधर निवासी बुध सिंह की शिकायत पर आईपीसी की धारा 406,420, 24 इमीग्रेशन एक्ट के तहत 21.08.2024 को एक एफआईआर नंबर 198 दर्ज की गई है। हालांकि शिकायत के साथ जाली हवाई टिकटें, जाली वीजा, जाली एपांइटमैंट समेत कई सारे अन्य दस्तावेज पेश किए गए हैं।
जिला पुलिस का लीगल एक्शन एंगल और जस्टिस डिलीवरी सिस्टम प्रति उदासीनता की इंतहा खुद एफआईआर बयां कर रही हैं क्योंकि इसमें आईपीसी की धारा 465, 467, 468, 469 लगाना तो दूर राज्य सरकार के विशेष कानून दि पंजाब ट्रेवल प्रोफैशनल रैगुलेशन एक्ट 2014 की धारा 13 तक को नहीं लगाया गया है। मजे की बात यह भी कि जांच में बुलाने पर भी आरोपी प्रेम सिंह जांच अधिकारी डीएसपी टांडा के समक्ष पेश नहीं हुआ।
बहरहाल, कार्रवाई से असंतुष्ट शिकायतकर्ता बुध सिंह ने इस मामले को लेकर होशियारपुर पुलिस के रवैये के खिलाफ राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के बनाए सीएम पोर्टल का रूख किया है। बुध सिंह का आरोप है कि आरोपी जाली ट्रैवल एजैंट प्रेम सिंह पुलिस के संरक्षण में टांडा क्षेत्र में अवैध ढंग से ट्रैवल का कारोबार कर रहा है। बिना ट्रैवल लाइसैंस के वो अभी भी दफ्तर खोलकर बैठा है।
असंतुष्ट शिकायतकर्ता बुध सिंह का सीएम पोर्टल पर भेजी जा रही शिकायत में शामिल आरोप बारे बताया कि पुलिस किसी प्रभाव में उक्त जाली ट्रैवल एजैंट पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रही जबकि वो खुलेआम बेखौफ लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर ठगने में लगा है। सिंह ने कहा कि पुलिस जानबूझकर उसके खिलाफ मामूली धाराओं के तहत केस दर्ज करके लोगों को इंसाफ देने के दावे कर रही है जबकि आरोपी एजैंट प्रेम सिंह इस कार्रवाई से राहत महसूस करता है।
बुध सिंह ने स्पष्ट करते हुए बताया कि ऐसी धाराओं के तहत उक्त एजैंट प्रेम सिंह के खिलाफ पहले भी केस दर्ज है जिसका विवरण सीएम पोर्टल पर सांझा किया जा रहा है। सभी में मामूली धाराएं लगाए जाने कारण डायरैक्ट गिरफ्तारी का डर न होने के कारण वो कानूनी दांवपेंच और पुलिस वालों के साथ सांठगांठ करके आसानी से जमानत भी हासिल करता चला आ रहा है। संभवत: टांडा डीएसपी पुलिस स्टाफ के साथ सांठगांठ के चलते ही वो कभी बुलाए जाने पर भी जांच में शामिल नहीं होता जबकि पीडि़त चक्कर लगाकर परेशान होते हैं।
पीडि़त बुध सिंह ने बताया कि उन्होंने सीएम पोर्टल पर भेजी जाने वाली शिकायत की एक प्रति जालंधर रेंज के आईजी नवीन सिंगला को भी सांझा की है। मांग की है कि न केवल उसके मामले का संज्ञान लिया जाए बल्कि आरोपी ट्रैवल एजैंट के खिलाफ दर्ज व लंबित अन्य शिकायतों को लेकर नोडल अफसर को सौंपा जाए ताकि पीडि़तों को इंसाफ मिले। साथ ही रिपोर्ट जिले के डिप्टी कमिश्नर को भेजी जाए ताकि कानूनी तरीके से बिना लाइसैंस चल रहे उसके दफ्तर पर ताला लगवाया जा सके।