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*जालंधर पुलिस के "अडिक्के" चढ़ी उत्तर भारत की “फ्राड इमीग्रेशन वैंप” रश्मि सिंह/नेगी/मोगिंया की ठगी-जालसाजी-लूट का "अड्डा" हुआ सील*

By RAJESH KAPIL,EDITOR-IN-CHIEF

Published on 25 May, 2023 11:00 AM.

  • *"मतदान के दिन कानूनी खेल खेलकर "कच्ची बेल" का लाभ ले गई शातिर फ्रॉड रश्मि को हिरासत में लेने के लिए सिटी पुलिस बुन रही "जाल, तैयार किया क्रिमिनल रिकार्ड का "चिट्ठा"*
  • *118 पासपोर्ट मामले में गिरफ्तार ड्राईवर के नाम उगलने पर जालंधर में नामजद हुई शातिर ठग-जालसाज महिला पर दर्ज है North India में दर्जन भर FIR*
  • *बिल्डर को "लूटने" की साजिश को लेकर CBI जांच में भी दोषी पाई जा चुकी दोषी, मोहाली पुलिस से भी "पंगा" लेकर ले चुकी IPC 353-186 का प्रसाद, सभी केस अदालतों में विचार अधीन*
  • *मान सरकार के राज में भी रिश्वतखोरी के बलबूते पर नॉर्थ इंडिया में बिना लाइसैंस धड़ल्ले से चला रही ट्रैवल कारोबार, राज्य का Home डिपार्टमेंट मौन!*
  • *पढ़िए अनगिनत क्रिमिनल मामलों में नामजद ठग महिला एजैंट के और भी किस्से और विचार अधीन मामलों में हो रहे अपडेट, जानिए यह भी कि कैसे मोहाली के परिवार को अपने जाल में लपेट कानूनी झमेले में डाला*

 

                  जय हिन्द न्यूज/जालंधर

 

CBI, UP, चंडीगढ़, हरियाणा, पंजाब के कई थानों में नामजद और अदालतों में विचाराधीन बेहद शातिर महिला रश्मि सिंह उर्फ रश्मि नेगी उर्फ रश्मि मोगिंया को अब अपने ऑफिस का ठिकाना बदलना पड़ सकता है। हाल ही में 118 पासपोर्ट बरामद मामले में जालंधर सिटी पुलिस द्वारा नामजद किए जाने के बाद नगर निगम जालंधर ने उसके लोकल ठिकाने को सील कर दिया है।
 

 

 

 

जानकारी मिली है कि नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच ने पुलिस लाइन के निकट स्थित WWS IMMIGRATION के ऑफिस वाली इमारत को टैक्स बकाया होने पर बीते कल सील कर दिया। बता दें कि यह वही ऑफिस है जहाँ अवैध तौर पर बैठकर शातिर महिला ठग रश्मि सिंह उर्फ रश्मि नेगी उर्फ रश्मि मोगिंया अपना ट्रैवल का धंधा करती थी और अपने जाल में फंसा भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाती थी।

 

 

 

 

 

निगम के विभाग प्रमुख महीप सरीन ने बताया कि बिल्डिंग का प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं करवाया जा रहा था। काफी नोटिस देने के बाद भी जब टैक्स जमा नहीं करवाया गया तो नगर निगम के कमिश्नर के आदेश अनुसार डिफॉल्टर इमारत को सील कर दिया गया है। अब टैक्स राशि जमा होने पर ही सील को खोला जाएगा अन्यथा रिकवरी के लिए अगली कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

 

 

 


 

पता चला है कि रिकार्ड अनुसार WWS IMMIGRATION का संचालक कोई मनिंदर सिंह नामक व्यक्ति है जिसके पास ट्रैवल कारोबार का लाइसेंस है। जानकार बताते है कि उक्त मनिंदर को ट्रैवल कारोबार बारे कोई खास पता नहीं लेकिन शातिर ठग रश्मि इसी के लाइसेंस को ढाल बनाकर अपना धंधा चला रही है जबकि यह ट्रैवल ऐक्ट का उल्लंघन है।

 

 



 

जैसा कि नियम है कि सिर्फ लाइसेंस धारक ही ट्रैवल कारोबार कर सकता है और अगर उसके स्थान पर कोई और काम को देखता है तो उसकी DC office से वेरिफिकेशन होनी जरूरी है। अब चूँकि रश्मि का रिकॉर्ड बहुत ज्यादा खराब है इसलिए वो बिना इस जांच के WWS IMMIGRATION की डायरेक्टर होने का दावा करती फिर रही है और सभी को लाइसेंस प्राप्त कंपनी में काम करने का हवाला देकर बचती आ रही थी।

 

 

 

 

 

बेशक, CP जालंधर कुलदीप चहल की टीम ने इस बेहद शातिर ठग-जालसाज महिला रश्मि पर अपना शिकंजा कसा है लेकिन अभी तक तो ऐसा लग रहा था कि पंजाब राज्य के होम सैक्रेटरी की ओर से फर्जी ट्रैवल एजेंटो को लेकर जो आदेश या निर्देश दिए जाते हैं, वो महज खानापूर्ति होती है। अब DC/SSP/CP इन आदेशों का कितना पालन करते/करवाते आ रहें हैं, यह CBI, UP, चंडीगढ़, हरियाणा, मोहाली समेत अन्य कई थानों में नामजद और अदालतों में विचाराधीन इसके मामलों को देखकर आप भी सहज अंदाजा लगा सकते है।

 

 

 

 


 

अंदाजा यह कि उत्तर भारत में बिना लाइसैंस धड़ल्ले से ट्रैवल कारोबार करके वो भोले-भाले लोगों को लूटने में लगी हुई है और सरकारी तंत्र उस पर शिकंजा कसने में विफल। अब देखना शेष होगा कि इस मामले की पैरवी कितनी ठोस होती है क्योंकि पहली बाज़ी तो शातिर महिला "कच्ची बेल" लेकर मार गयी और अब CP की टीम ने आरोपी का "कच्चा चिठ्ठा" कोर्ट के सामने पेश करना है कि आरोपी की पृष्ठभूमि क्या रही है।

 

 

 

 

 

जानकारी मिली है कि सिटी पुलिस चीफ कुलदीप सिंह चाहल ने केस की पैरवी करने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को सुपरविजन पर लगाया है ताकि पैरवी में कोई खेल न किया जा सके। पुलिस बाबत आंतरिक जानकारी रखने वाले सूत्र बताते हैं कि सिटी पुलिस चीफ कुलदीप सिंह चाहल आरोपी महिला की पृष्ठभूमि से अच्छी तरह वाकिफ है। ऐसी भी किसी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि खुद सीपी चाहल इस केस की स्टेट्स रिपोर्ट वैट करके कोर्ट के समक्ष दाखिल करें।

 

 

 



 

गौरतलब है कि लोकसभा उपचुनाव की प्रक्रिया के दौरान हुई नाकाबंदी में विगत 06 मई 2023 को बबरीक चौक के पास थाना 5 पुलिस ने जिस कार से 118 पासपोर्ट बरामद करके ड्राईवर रूबल और उसकी डिस्कलोजर स्टेटमैंट पर जिस रश्मि को नामजद किया, वो कोई और नहीं बल्कि वो ही रश्मि सिंह उर्फ रश्मि नेगी उर्फ रश्मि मोगिंया है जिसके खिलाफ पहले ही काफी सारे क्रिमीनल केस दर्ज हैं।

 

 

 



 

सिटी पुलिस ने इस बाबत पुलिस थाना 5 में आईपीसी की धारा 406, 420, 465, 467, 468, 471 और 120-बी समेत पंजाब ट्रैवल प्रोफैशनल्ज (रैगुलेशन) एक्ट 2014 की धारा 13 के तहत नामजद किया है। इससे पहले रश्मि के ख़िलाफ़ उत्तर भारत के राज्यों के थानों में दर्जन भर मामले दर्ज है। इनमें ठगी-जालसाजी के इलावा एक बिल्डर को दवाब बनाकर लूटने की साजिश के चलते CBI Case और मोहाली पुलिस के साथ "हत्थ चालाकी" करने पर 353-186 का मामला कोर्ट में विचार अधीन है।

 

 

 



 

बहरहाल, उत्तर भारत की फ्राड इमीग्रेशन वैंप रश्मि सिंह/नेगी/मोगिंया के खिलाफ इतने मामले सामने आने के बाद भी राज्य की भगवंत मान सरकार का सक्रिय न होना, कई सवाल खड़े करता है कि कैसे एक महिला राज्य की जनता और सरकारी अमले के साथ मिलीभगत या आंखों में धूल झौंककर करोड़ों का कारोबार करती है और केस दर्ज होने पर चुटकी में राहत पा लेती है। यह सभी जांच का विषय है।

 

 

 

 

 

 

  • *अगली खबर में हम उठाएंगे सवाल कि कैसे पाया मंत्री के हाथों शातिर ठग महिला ने सम्मान, कैसे लगाया मोहाली के एक परिवार को शादी करके चूना*
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