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*पूर्व मंत्री विक्रम मजीठिया ने करतारपुर के विधायक बलकार सिंह पर लगाए संगीन आरोप: खुद को 50 प्रतिशत विकलांग बताकर डीजीपी की सिफारिश पर नालायक बेटे को दिलाई पुलिस की नौकरी, क्रिमिनल केस दर्ज करने की मांग*

By RAJESH KAPIL, EDITOR IN CHIEF

Published on 01 May, 2023 05:48 PM.

            जय हिन्द न्यूज/जालंधर


आप्रेशनल पोस्टिंग डीसीपी (कानून-व्यवस्था) जालंधर के पद से रिटायर्ड होकर चुनाव जीते करतारपुर हलका के विधायक बलकार सिंह 50 प्रतिशत विकलांग है, इसका खुलासा आज पूर्व मंत्री विक्रम मजीठिया ने आज प्रैस कांफ्रैंस करके सभी कौ चौंका दिया।

 

 


यह खुलासा पूर्व मंत्री मजीठिया ने अपने स्तर पर नहीं ब्लकि उनके बेटे सिशोभित वीर को पंजाब पुलिस में मिली सब इंस्पैक्टर की नौकरी के रिकार्ड के आधार पर किया जिसमें डीजीपी गौरव यादव ने उनको स्पैशल कोटा में नौकरी देने की सिफारिश की थी।

 

 


मजीठिया ने प्रैस कांफ्रैंस के दौरान विधायक बलकार सिंह और डीजीपी गौरव यादव के पुराने रिश्तों पर तंज कसते हुए खुद को ईमानदार व पारदर्शी सरकार देने वाले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को बेईमान कहकर संबोधित करते हुए पूरे मामले को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

 

 


मजीठिया ने यह भी खुलासा किया कि कैसे आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा गैर पंजाबियों को अत्यधिक उच्च वेतन पर काम पर रखा जा रहा है, जो इस क्लाज का उल्लंघन है, जिसमें सभी उम्मीदवारों को पंजाबी का ज्ञान होना आवश्यक है। इनमें दिल्ली के  ओखला के आदिल आजमी शामिल हैं, जिन्हे मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ओएसडी (मीडिया) के साथ साथ सरकारी घर और वाहन के भत्तों के साथ 1.50 लाख रूपये और 1.25 लाख रूपये के वेतन पर सोशल मीडिया मैनेजर के रूप में नियुक्त किया है।

 

 


मजीठिया ने कहा कि करतारपुर के विधायक और पंजाब पुलिस के पूर्व डीसीपी बलकार सिंह के बेटे सिशोभितवीर सब इंस्पेक्टरों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में उतीर्ण नही हुए थे, जिसके लिए प्रक्रिया अगस्त 2021 में पिछली कंाग्रेस सरकार ने शुरू की थी। उन्होने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग में परीक्षा उर्तीण करने में विफल रहने के एक साल से अधिक समय के बाद शिशोभितवीर ने अपनी श्रेणी बदलने की मांग की। बताया कि 20-10-22 को राज्य के डीसीपी ने पूर्व डीसीपी के अनुरोध पर एक पत्र दिया, जिसमें कहा गया कि उनका बेटा विकलांग पुलिस अधिकारियों के बच्चों को दिए गए दो फीसदी आरक्षण के तहत भर्ती के लिए योग्य है और बलकार सिंह 50 फीसदी विकलांग है।

 

 


सरदार मजीठिया ने कहा कि सिाशोभितवीर ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया ओर भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी, जिसमें 4000 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, वह झूठा था। सरदार मजीठिया ने यह साबित करने के लिए तस्वीरें दिखाई कि बलकार सिंह 50 फीसदी विकलंाग नही है, जैसा कि दावा किया गया था। उन्होने यह भी कहा कि नियमानुसार सरकारी पद के लिए आवेदन करने वाला उम्मीदवार एक बार आवेदन जमा करने के बाद अपनी श्रेणी में बदलाव नही कर सकता है।

 


 

वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा , ''ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान करतारपुर विधायक की मदद करने के लिए आगे आए और राज्य के डीजीपी ने भी विधायक को गलत प्रमाण पत्र दिया है , दोनों मुद्दों की जांच की जानी चाहिए और सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

 


मीडिया विभाग में दो भॢतयों के बारे में बोलते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि दोनो भॢतयों को रद्द किया जाना चाहिए, क्योंकि उम्मीदवारों ने मैट्रिक स्तर तक पंजाबी का अध्ययन नही किया है। उन्होनें दिल्ली और भारत के अन्य हिस्सों से अधिकारियों   को भर्ती किए जाने की भी निंदा की। उन्होनें कहा, '' ऐसा लगता है कि पंजाब के पास कोई प्रतिभा नही हैÓÓ। उन्होने कहा कि हाल ही में सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए दो योग शिक्षकों को एक एक लाख रूपये के वेतन पर नियुक्त किया है। उन्होनें कहा कि इसी तरह सत्य गोपाल को रेरा का चैयरमैन, राकेश गोयल को मैंबर रेरा और सतबीर बेदी को पीएसईबी का चेयरपर्सन बनाकर दिल्ली के पूर्व अफसरशाहों को पंजाब में एडजस्ट किया जा रहा है।

 

 


एक सवाल का जवाब देते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ फिर से जुडऩे का सवाल ही पैदा नही होता। उन्होनें कहा कि भाजपा  पंजाब में किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रही है, तथा किसानों को हर स्तर पर परेशान किया जा रहा है, जिसमें उनके गेंहू की उपज के मूल्य में कटौती के साथ साथ एनएसए जैसे दमनकारी कानूनों के तहत नौजवानों को प्रताडि़त किया जाना शामिल है। 
 

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