जय हिन्द न्यूज/जालंधर
वक्त बहुत बलवान होता है! जी हां वही वक्त, जिसकी कीमत, ताकत और हिम्मत की बातें कई मामलों को लेकर अकसर की जाती हैं। यह भी कहते हैं कि वक्त बदलते देर नहीं लगती और वक्त की मार राजा को रंक और दूसरे को रंक को राजा बना देती है। वक्त के इसी बदलाव को यदि किसी ने आज तक नहीं देखा तो आज की शाम उनके लिए महत्वपूर्ण है, जब आम आदमी पार्टी के चीफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज शाम को पांच बजे एक बड़ा राजनीतिक धमाका करेंगे।
हैरत की बात यह कि यह लोकसभा उपचुनाव जालंधर के मद्देनजर जो राजनीतिक उथल-पुथल होने जा रही है उसमें नाम कांग्रेस कार्यकारिणी के राष्ट्रीय मैंबर एवं पूर्व विधायक सुशील कुमार रिंकू का नाम सामने आ रहा है कि वो शाम को उसी आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे और साथ ही जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए कैंडीडेट घोषित किए जाएंगे जिसमें उनके कट्टर दुश्मन 36 के आंकड़े वाले शीतल अंगुराल पहले से ही विधायक हैं, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत बंटी समेत अपने दोनों भाईयों क्रमश: राजन अंगुराल और शंटी भी है।
अब यह कैसे हो गया ? कैसे यह वक्त बदल गया। इस समीकरण ने जालंधर शहर मुख्यत: जालंधर वैस्ट की राजनीति में तूफान ला खड़ा कर दिया है। सूत्रों के हवाले से यह चर्चा सामने आई है कि यह उलटफेर जालंधर के एक बिजनैसमैन के साथ नगर निगम की ओर से किए अन्याय के बाद बदलना शुरु हो गया था। सूत्र बताते हैं कि उस घटना के बाद उस बिजनैसमैन ने अपनी बिजनैसमैन लॉबी को साथ लेकर पहले भगवंत मान, फिर राघव चड्डा और फिर आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल तक पहुंच की थी जिस दौरान सरकार को चूना लगाकर तैयार की शहर की सैंकडों अवैध इमारतों और कालोनियों का डाटा पेश करते हुए अकेले उनको टारगैट किए जाने का मुद्दा उठाया गया था।
सूत्रों के मुताबिक उसके बाद सरकार ने अवैध निर्माणों की एक सीक्रेट रिपोर्ट तलब करने के बाद नगर निगम जालंधर के आला अफसरों की अच्छी खासी क्लास भी लगाई थी और उस बिजनैसमैन को न केवल संतुष्ट और आश्वस्त किया था कि आने वाले समय में आम आदमी पार्टी उनके और उनके बिजनैसमैन समूह के सीधे संपर्क में रहेगी और उनकी तत्काल सुनवाई होगी। सूत्रों की माने तो उसी बैठक के दौरान आम आदमी पार्टी को कांग्रेस के तेजतर्रार नेता सुशील कुमार रिंकू का नाम सुझाया गया था और पार्टी की कदावर वरिष्ठ महिला नेता के साथ बाकायदा बैठक भी करवाई गई थी।
सूत्रों के हवाले से प्राप्त इस जानकारी के आधार पर संभवत: यही कारण माना जा रहा है कि आज होने वाली संभावित सुशील रिंकू व अन्य कुछ बड़े नेताओं की ज्वाइनिंग और लोकसभा उपचुनाव टिकट की घोषणा के लिए जालंधर की बजाय आम आदमी पार्टी ने उस बिजनैसमैन के सुझाए जालंधर के बाहर स्थित वैन्यू हवेली हैरीटेज में अपना कार्यक्रम रखा है। ऐसा भी माना जा रहा है कि बड़े बिजनेसमैनों की तरफ से आम आदमी पार्टी को आश्वस्त किया गया है कि वो अन्य राजनीतिक दलों की तरह आपका भी पूरा आदर-सत्कार करेंगे ताकि चुनाव के दौरान पार्टी कैंडीडेट को किसी के समक्ष झोली न फैलानी पड़े और वो खुलकर परफोर्म करे।
सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि अफसरशाही भी कुछ पार्टी नेताओं की मनमानियों से काफी परेशान थी जिनके कारण प्रशासनिक संचालन का संतुलन बनाने में काफी दिक्कतें पेश आ रही थी। कुछ अफसरों ने तो पार्टी के बड़े नेताओं के समक्ष कुछ सबूत भी पेश किए जिनका अध्ययन करने के बाद पार्टी की आंखे खुली और उन्होंने अपने ही कुछ लाडले नेताओं से अपना मोह भंग करके कांग्रेस के सुशील रिंकू को तरजीह देने का फैसला कर लिया और इस काम में बड़ी भूमिका उक्त बड़े बिजनैसमैन ने निभाई क्योंकि वो उन नेताओं से खफा था कि उन्होंने उनकी बात नहीं सुनी।
बहरहाल, आज की शाम दोआबा के लिए विशेषत: जालंधर के लिए और उससे भी विशेषत: जालंधर के हलका वैस्ट के लिए काफी भारी होने जा रही है क्योंकि सुशील रिंकू के आम आदमी पार्टी को ज्वाइन करने पर अंगुराल बदर्स समेत बंटी-शंटी बदर्स बगावत करने का मन बनाए बैठे है जिनको बताया जा रहा है कि सैंट्रल विधायक रमन अरोड़ा समेत काफी बड़े नेता एक बड़े शिक्षण संस्थान में बैठाकर मनाने में भी लगे हैं लेकिन रिपोर्ट लिखे जाने तक कोई अपडेट सामने नहीं आया है। अब देखना शेष होगा कि आज की शाम किसका वक्त अच्छा और किसका खराब आता है। कौन राजा से रंक और रंक से राजा बन जाएगा। वैसे रिपोर्ट के प्रकाशन के दौरान कांग्रेस पार्टी ने सुशील रिंकू को पार्टी से निष्काषित करके खबर पर मोहर लगा दी।