जय हिन्द न्यूज/जालंधर
बीते समय में प्रभावशाली नेताओं के चेले-चपाटों की पत्ती डालकर कालोनी वाले शातिरों ने अब राज्य में बढ़ते विजिलेंस ब्यूरो के प्रभाव के बाद अब खुद को विजिलैंस अफसरों का रिश्तेदार बताना शुरु कर दिया है। शुक्रवार को नगर निगम जालंधर ने होशियारपुर रोड पर इमपीरियल मैनर रिसोर्ट के निकट काटी गई जिस अवैध कालोनी के खिलाफ एक्शन किया, वो कोलोनाइजर संदीप निगम अफसरों को खुद की पहचान देते समय विजिलेंस अफसर का रिश्तेदार बताता रहा है। सूत्रों की माने तो यह बीते समय में कुछ अफसरों के फोन भी करवाकर अपना प्रभाव भी जमाता चला आ रहा था।
एटीपी सुखदेव वशिष्ट के मुताबिक उनके ध्यान में इस अवैध कालोनी का मामला आया तो उन्होंने तत्काल एक्शन लिया। उन्होंने कहा कि सरकार के खजाने को चूना लगाने वाले किसी कोलोनाइजर को बख्शा नहीं जा रहा। उन्होंने बताया कि आज ढिलवां रोड पर भी एक अवैध इमारत के खिलाफ एक्शन लेते उसे भी पूर्व पार्षद बलबीर बिट्टू के विरोध के बावजूद ध्वस्त कर दिया गया।
उधर पता चला है कि चंडीगढ़ से फटकार लगने के बाद निगम कमिशनर अभिजीत कपलिश ने होशियारपुर रोड पर काटी 6 एकड़ की इस अवैध कालोनी को डिमोलिश करने के लिए आज निगम की टीम को भेजा। बताते हैं कि इन इमारतों के अलावा काफी लंबी सूची उनके हाथ में थमाई गई है जिसमें से काफी इमारतों पर कुछ सत्तापक्ष के नेताओं ने भी एक्शन रोक रखा था।
सूत्रों की माने तो जिस कालोनी पर आज निगम ने कार्रवाई की उसमें 50 से ज्यादा प्लाट प्राप्टी डीलरों ने ही बुक करवा लिए थे। मगर अब कालोनाईजर तथा निगमस्तर पर अधिकारियों की मिलीभगत का पर्दाफाश करते हुए सीएम मान ने ऐसी सभी अवैध कालोनियों पर डिच चलाने के लिए सख्त आदेश जारी कर दिए हैं।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिस अवैध कॉलोनी में अवैध निर्माण को गिराया गया है, इसके मालिकों ने निगम के खजाने को बहुत मोटा चूना लगाया है। निगम के अधिकारियों ने कहा कि अवैध तरीके से कॉलोनी काट कर करीब एक करोड़ रुपए की सीएलयू फीस की चोरी की गई है। बिना लैंड यूज चेंज करवाए ही प्लाट बेचे जा रहे थे।
इसी तरह नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच ने ढिलवां रोड स्थित अमर पैलेस के पास अवैध ढंग से बनाई कामर्शियल इमारतों पर कार्रवाई की है। सूत्र बताते हैं कि दोनों इमारतों को विवादित नेता बलबीर बिट्टू के संरक्षण में विकसित किया गया था। इसकी पुष्टि उस समय हुई भी जब खुद बलबीर बिट्टू निगम की कार्रवाई का विरोध करने मौके पर पहुंचे मगर एटीपी सुखदेव ने उनको “...ते नहीं मारेया” और इमारतों को अच्छे से तबीयत से तोडफ़ोड़ कर ध्वस्त कर दिया गया है।