जय हिन्द न्यूज रिपोर्ट/जालंधर
बाठ कैसल रिजॉर्ट जालंधर के मालिक नरिंदर की शिकायत पर पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा विगत दिवस रिश्वत लेते नगर निगम के ATP रवि पंकज शर्मा समेत गिरफ्तार हुए छुटभैया नेता फर्जी मिश्रा अरविंद नारायण मिश्रा उर्फ अरविंद मिश्रा उर्फ अरविंद शर्मा की मुश्किलें अब और बढ़ गयी है।
विजिलेंस ब्यूरो की कार्रवाई के बाद जालंधर सिटी पुलिस द्वारा दर्ज FIR में पुलिस ने मुख्य आरोपी उक्त फर्जी टाइप नेता ARVIND के साथी हरमीत सिंह बावा को गिरफ्तार कर 2 दिन के रिमांड पर ले लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस अब गिरफ्तार बावा से फर्जी मिश्रा गिरोह में शामिल लोगों के नाम और आज तक किए ब्लैक मेल के किस्सों को उगलवायगी।
बता दे कि फर्जी मिश्रा और उसके साथी हरमीत सिंह बावा के ख़िलाफ़ एक पूर्व सैनिक का फ्लैट कब्जाने के मामले में F.I.R दर्ज की गयी है। पता चला है कि FIR में फर्जी नेता के अपराध का विस्तार में विश्लेषण किया गया है ताकि जांच के दौरान आरोपियों को "भज्जन नु कोई राह न लब्बे"।
मिली जानकारी के मुताबिक DCP वत्सला गुप्ता IPS की उच्च स्तरीय जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस कमिश्नर कुलदीप चहल के आदेश पर थाना सदर में बीती रात फर्जी नेता अरविंद और उसके साथी 230, मोहल्ला चाय आम, बस्ती जालंधर के हरमीत बावा के ख़िलाफ़ IPC की धारा 385, 417, 420, 447,448, 506 और 120B के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दोनों नामजद आरोपियों के ख़िलाफ़ AGI फ्लैट नंबर 701, J Block 66 फीट रोड जालंधर हाईटस निवासी 71 साल की वृद्ध मालकिन कविता घई ने राज्य के मुख्यमंत्री bhagwant मान के समक्ष शिकायत देकर कार्रवाई और इंसाफ की गुहार लगाई थी और उसकी कॉपी पुलिस कमिश्नर समेत भाजपा पंजाब के जनरल सेक्रेटरी को भी भेजी थी।
महिला ने आरोप लगाया था कि 803 block-F फ्लैट किराये पर लेने के लिए हरमीत सिंह बावा ने एग्रीमेंट किया और 22 हज़ार प्रति माह किराए पर फ्लैट ले लिया। मगर वो खुद फ्लैट में परिवार समेत नहीं आया ब्लकि उसने फ्लैट में अरविंद नारायण मिश्रा उर्फ अरविंद मिश्रा उर्फ अरविंद शर्मा को सबलेट कर दिया।
शिकायत के मुताबिक विरोध करने पर वो धमकाने पर आ गया, खाली करने के 40 लाख मांगने लग गया और उलझाने के कोर्ट चला गया और फ्लैट कब्जा लिया, रेंट नहीं दिया, अपने दस्तावेज उस पते पर बना लिए और AGI कंपनी के साथ भी विवाद छेड़ लिए। पुलिस के पास मामला गया तो ACP ने कोर्ट केस का हवाला देकर कोई एक्शन नहीं लिया लेकिन DCP ने उस रिपोर्ट से खुद को असहमत बताते हुए अब एक्शन की सिफारिश की थी।
बहरहाल, देखना शेष होगा कि विजिलेंस की कस्टडी में 5 दिन के रिमांड पर चल रहे फर्जी नेता अरविंद को कब जालंधर पुलिस अपनी कस्टडी में लेकर अगली जांच करती है। कुछ और भी नए मामले जल्द दर्ज होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही है। GRP की Escort शो करने का मामला भी Home डिपार्टमेंट के ध्यान में आने का बाद जांच शुरू हुई है।
वहीँ, माननीय हाई कोर्ट में तीन अलग नामों से ऐफिडेविट पेश करने के मामले में भी चंडीगढ़ पुलिस जल्द संज्ञान लेने जा रही है। इसी प्रकार एक टीम इस फर्जी नेता के फोन, call detail और सोशल मीडिया accounts से इसके संपर्कों को जोड़ने में लगी है कि इसका किन लोगों के साथ उठना बैठना था। उन लोगों से भी जल्दी इसके साथ और इसके बारे में पूछताश हो सकती है।