जय हिन्द न्यूज/जालंधर
CONGRESS PRESIDENT RAHUL GANDHI की "भारत जोड़ों यात्रा" के बाद तेजी से पतन की ओर अग्रसर हुई पंजाब काँग्रेस का ऊपर से लेकर नीचे तक बुरा हाल है। पार्टी के गिरते स्तर को संभालने में पंजाब प्रधान राजा वडींग तो लगे हुए हैं लेकिन जालंधर कॉंग्रेस प्रेसिडेंट राजिंदर बेरी का ध्यान प्रॉपर्टी विवादों की तरफ कुछ ज्यादा ही लग रहा है।
ताजा मामला आज उस समय सामने आया जब पानीपत (हरियाणा) में ब्याही जालंधर की बेटी ने अपनी कोठी पर हुए कब्जे को लेकर शहरी कांग्रेस प्रधान और सेंट्रल हल्के के पूर्व विधायक राजिंदर बेरी पर कब्जे धारी की मदद करने के लिए धक्केशाही का आरोप लगाया।
पीड़िता नीतू सहगल ने बताया कि वह पानीपत की रहने वाली हैं और उनकी एक कोठी जालंधर के न्यू देओल नगर में भी है। जो उन्होंने रमन बहल को पिछले करीब 3 वर्ष से किराय पर दी हुई है और अब वो काफी कहने के बाद भी खाली नहीं कर रहा है।
पीड़िता के मुताबिक रमन बहल उनकी कम्पनी में ही नौकरी करता है। कारोबार में आई मंदी व पति के बीमार हो जाने पर उन्होंने पैसों की आवश्यकता के चलते उन्होंने रमन बहल को कोठी खाली करने को बोला और उन्होंने उसे बेचकर पैसे वसूलने का सोचा। लेकिन रमन बहल की शायद नीयत में ही खोट थी।
नीतू सहगल ने आगे बताया कि कोठी खरीदने पश्चात वह पहली बार जब पिछले दिनों जालंधर आई तो उन्हें तो घर की लोकेशन भी नहीं याद थी कि वह सीधे वहाँ पहुँच जाती। उन्हें लोकेशन भी रमन ने व्हाट्सप्प पर भेजी जिस को देख वह मौके पर पहुंची तो उनके पहुंचने पश्चात कांग्रेसी पूर्व विधायक राजिंदर बेरी अपने गनमैन व समर्थकों सहित मौके पर आ गए व उन्हें अकेली महिला देख पहले बदतमीजी की फिर धक्के मारे व तत्पश्चात उन्हें अपने ही घर से बहर निकाल दिया और देख लेने की धमकी दी।
नीतू ने आगे बताया कि इस बारे उन्होंने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवा दी है। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उचित कार्यवाही होगी। वह मीडिया से गुहार लगाती हैं कि उन्हें इंसाफ दिलवाया जाए ताकि राजिंदर बेरी के खिलाफ कोई कार्रवाई हो सके।
उधर, राजिंदर बेरी ने कहा है कि यह उनके घर का आपसी मसला है। उन्होंने कहा कि किसी को कोई धमकी नहीं दी गई। जिस वक्त मीटिंग हुई, उस समय कई और लोग मौके पर मौजूद थे।