हाई लेवल जांच के बाद भी न क्लीन चिट मिली न बेल, थाना 6 का I.O भी हो रखा था "मेहरबान"
शिकायतकर्ता पक्ष ने खुद ट्रैप लगवाकर फिल्मी स्टाइल में पकड़वाया, सवालों के घेरे में आई पुलिस
जय हिंद न्यूज़/जालंधर
FIR दर्ज करवाने के लिए झूठे बिल बनवाने वाले एक करोड़पति कारोबारी को आज खामियाजा भुगतना पड़ा। होटल इम्पेरिया सुईट्स और मोदी रिसोर्ट के फर्जी बिल बनाने के आरोप में नामजद और जमानत न मिलने के बाद फ़रार चल रहे मगर शहर में खुलेआम घूम रहे आरोपी राजीव अग्रवाल को आज सिटी पुलिस ने काबू कर लिया। आरोपी शास्त्री मार्किट स्थित FC अग्रवाल एंड कंपनी का मालिक है और आइस क्रीम कंपनी का स्टॉकिस्ट भी है।
थाना 6 की पुलिस आरोपी पर मेहरबान थी इसलिए शिकायतकर्ता पक्ष ने खुद मशक्कत करके आरोपी को पुलिस को पकड़ाया। मामले में आरोपी की बेटी तानशी और रमेश कैटरर्स के जतिन कालरा भी नामजद किए गए हैं। इनके ख़िलाफ़ gupta मोटर्स वालों ने खुद पर झूठी FIR होने पर शिकायत की थी।
दरअसल मामला यह कि तानशी ने पति पर दहेज का मामला दर्ज करवाने के समय शादी खर्च के बिल पेश किए थे जो चैलेंज करने पर हुई जांच में फर्जी पाए गए थे। तीनो के खिलाफ थाना 6 में हाल में संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस की उच्च स्तरीय जांच में यह साबित हुआ कि पेश बिल फर्जी हैं क्योंकि होटल इम्पीरिया सूट और मोदी resort वालों ने पेश बिलों की तस्दीक से इंकार कर दिया था। हालांकि जांच में कैटरर की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर उसको केस में नामजद किया गया था।
जानकारी देते हुए मखूदमपुरा के रहने वाले प्रवीण गुप्ता ने बताया कि उनके बेटे अभिषेक गुप्ता की तानशी अग्रवाल के साथ जनवरी 2020 में शादी हुई थी। करवाचौथ के दिन लड़की को सोना डालने के बहाने राजीव अग्रवाल प्रवीण गुप्ता के घर से 60 तोले सोना लेकर गया था।
प्रवीण गुप्ता और उसके बेटे अभिषेक गुप्ता ने लड़की को घर वापिस भेजने के लिए राजीव से कहा तो उसने पहले तो टालमटोल करना शुरू कर दिया, बाद में गुप्ता फैमिली के खिलाफ पुलिस में दहेज प्रताड़ना की शिकायत दर्ज करवा दी और कमिश्नरेट पुलिस ने अभिषेक गुप्ता, प्रवीण गुप्ता सुनीता गुप्ता के खिलाफ दहेज का मामला दर्ज कर दिया। इस मामले में प्रवीण गुप्ता और सुनीता गुप्ता को सेशन कोर्ट से और अभिषेक को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई।
इसके बाद हाईकोर्ट में प्रवीण गुप्ता की ओर से माननीय हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। जिसमें इम्पीरियल मेनर और मोदी रिसोर्ट के टैंपर किए गए लाखों रुपयों के बिल जो राजीव अग्रवाल, जतिन कालड़ा द्वारा कोर्ट में पेश किए गए थे।
जब इन बिलों की जांच की गई तो दोनों पैलेसों के मालिकों ने इन बिलों को झूठा बताया। जिसकी पूरी जांच के पश्चात हाईकोर्ट ने राजीव अग्रवाल व तांशी अग्रवाल और जतिन कालड़ा के खिलाफ साल आईपीसी धारा 420,465, 467, 468, 471, 420 और 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया था। आज थाना 6 की पुलिस ने राजीव अग्रवाल को गिरफ्तार कर थाना परिसर में ले आई है। पुलिस इस मामले में नामजद तांशी अग्रवाल और जतिन कालड़ा की तालाश में छापेमारी कर रही है।