जय हिन्द न्यूज/जालंधर
राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद नियम-कानूनों के पालन की उम्मीद लगाई गई थी। आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री बने भगवंत मान ने बड़े-बड़े दावे किए थे कि उनके शासनकाल में सारे काम कायदा-कानून से होंगे लेकिन ऐसा कोई भी नजारा देखने को नहीं मिल रहा है जब नजर जालंधर के होटलों पर जा रही है।
कायदा-कानून का उल्लंघन करने वाले और सरकारी खजाने को चूना लगाने वाले कोई एक एक हो तो बात न करें, यहां तो हर दूसरे होटल वाले का आवा ही उत्तया पिया है। सबसे ज्यादा नगर निगम जालंधर के अधिकारी जिम्मेदार है जो आम आदमी पार्टी की सरकार में कुछ ज्यादा ही बेलगाम हो गए हैं। सरकार ने भले ही निगम कमिश्नर से लेकर कई अफसरों को बदल दिए, लेकिन शहर में पहले से ज्यादा नाजायज कामों की बाढ़ से आ गई है।
शहर के सबसे पुराने अवैध निर्मित प्लाजा होटल के बाद अब पहले ही अवैध निर्मित इंद्रप्रस्थ होटल ने अब और भी जमीन को होटल के साथ जोड़कर वहां भी अवैध तरीके से कामर्शियल निर्माण शुरू करवा दिया। बताया जा रहा है कि इससे नगर निगम को लाखों रुपए के राजस्व का नुक्सान हो रहा है। पता यह भी चला है कि होटल मालिक अपनी गुंडागर्दी और ऊंची पहुंच का इस्तेमाल करके जहां निगम अफसरों को झूठे केसों में फंसाने की धमकियां देकर भगा रहे हैं, वहीं मीडिया को भी कवरेज करने पर संदेश भेजकर थ्रैट किया जाने लगा है।
हैरत की बात यह भी कि नगर निगम के मेन गेट के सामने 4 फुट गली वाले अवैध निर्मित प्रगति होटल और उसके पीछे जुगाड़ टैक्नॉलजी से स्थापित किए होटल प्लाजा पर नगर निगम के अफसरों से कार्रवाई नहीं हो पाई तो तीन से पांच किलोमीटर दूर होटल इंद्गप्रस्त व अन्यों के खिलाफ इन अफसरों से क्या घंटा एक्शन की उम्मीद की जा सकती है।
बहरहाल, तंग गली में स्थापित चार मंजिला प्रगति होटल से जहां लोगों की जान को सांसत में डाल कर रखा गया है, वहीं नगर निगम अफसर आदर्श नगर स्थित होटल इंद्रप्रस्थ के मालिकों को अवैध निर्माण करने की इजाजत देकर आने वाले समय में लोगों की जान खतरें में डालकर खुद की जेबें हरे-गुलाबी नोटों से रंगीन करने जा रहे हैं। इन दोनों होटलों के मालिकों के अवैध निर्माण से जहां पार्किंग समस्या विकराल होगी वहीं आपातकाल स्थिति में होटल के अंदर मौजूद लोगों को समय पर बाहर निकाल पाना मुश्किल हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक होटल इंन्द्गप्रस्त के अवैध निर्माण को कुछ महीने पहले नगर निगम के अधिकारियों ने रुकवा दिया था। उस समय कांग्रेस की सरकार थी और उस समय आम आदमी ुपार्टी के कई नेताओं ने यह मुद्दा भी उठाया था। मगर अब जब राज्य में उनकी सरकार और दोनों विधायक भी आम आदमीं पार्टी के बन चुके हैं, तो ऐसी सूरत में इंद्रप्रस्थ होटल के साथ लगती पाîकग वाली जगह पर कामर्शियल निर्माण होना गलत संकेत दे रहा हैं।
उधर, यह बात भी सामने आ रही है कि इस अवैध निर्माण के खिलाफ शिकायत करने वालों को धमकियां दी जा रही है। इस संबंध में शिकायतकर्ताओं ने कहा है कि एक शिकायत पुलिस कमिश्नर को दी जा रही है। वहीं, इस संबंध में इंद्रप्रस्थ होटल के मालिक और मैनेजर से पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने अपना पक्ष नहीं रखा। अगर इंद्रप्रस्थ होटल के मालिक अपना पक्ष रखना चाहते हैं तो उसे प्रमुखता से प्रकाशित करेगा।
इसी प्रकार होटल प्रगति के खिलाफ शिकायतों के बावजूद नगर निगम अफसरों की ओर से एक्शन न लिए जाने का मामला अब स्थानीय निकाय मंत्री इंदरबीर सिंह निज्जर और मुख्यमंत्री कार्यालय में पहुंच गया है। पता चला है कि इस बाबत भी शिकायत उनके समक्ष दायर की गई है। शिकायत में कहा गया है कि प्रगति होटल ने बिना किसी नक्शे के चार मंजिला होटल बनाया और अब आसपास के लोगों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। वहीं, होटल प्रैजीडैंट के खिलाफ भी जीएसटी विभाग की ओर से जल्द बड़ा एक्शन लेने की तैयारी बारे खबरें मिल रही है।