जय हिन्द न्यूज/जालंधर
केंद्र सरकार से लाइसैंस लिए बिना महज पंजाब सरकार के ट्रेवल लाइसैंस पर वर्क परमिट का काम करने वाले एक रजिस्टर्ड ट्रेवल एजैंट वरुण जोत वीर सिंह को अब जेल जाना पड़ सकता है क्योंकि ठगी के एक केस में स्थानीय सेशन कोर्ट ने इसकी अग्रिम ज़मानत अर्जी डिसमिस कर दी है।
कोर्ट के इस ताजा फ़ैसले के बाद अब सिटी पुलिस इस रजिस्टर्ड ट्रेवल एजैंट वरुण जोत वीर सिंह को किसी भी समय गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि उच्च से उच्चतम कोर्ट तक जाने का विकल्प अभी खुला है।
बता दें कि आरोपी ट्रेवल एजैंट ने भले एक एग्रीमैंट का हवाला देकर अपनी सफाई पेश की लेकिन पुलिस के बाद कोर्ट ने भी उसको मानने से इंकार कर दिया है। जैसे आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन के मालिक वरुण जोत बीर सिंह उर्फ बन्नी होठी के खिलाफ 6 लाख रुपए की ठगी करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है था उससे कोर्ट सहमत दिखी है।
दरअसल, गांव वरियाणा जिला जालंधर निवासी मनजोत सिंह चीमा पुत्र अरविंदर सिंह ने बताया था कि वो जून 2021 के दौरान आईक्यू ऐजुकेशन एंड इमीग्रेशन का विज्ञापन देखकर आफिस में आया था जहां उसको आरोपी वरुणजोतबीर सिंह उर्फ बन्नी होठी ने डील किया था।
मनजोत के मुताबिक उसको ओपन वीजा परमिट पर विदेश यूक्रेन भेजने का वायदा करके उससे 6 लाख रुपए की मांग की थी जिसकी अदायगी उसकी तरफ से आनलाइन ट्रांसफर के जरिए आरोपी बन्नी होठी के दिए बैंक खाते में कर दी गई थी। तय डील के मुताबिक 20 सितंबर 2021 को उसकी फ्लाइट यूक्रेन के लिए करवा दी गई।
विश्वास जताया था कि इस डील के बीच उसको एयरपोर्ट से रिसीव करके उचित जगह पहुंचाया जाएगा। एक साल का टीआरसी कार्ड भी मिलेगा जिससे 50 हजार से लेकर 80 हजार रुपए तक सेलेरी भी मिलेगी। मकान मिलेगी लेकिन किराया देना होगा।
मनजोत ने बताया कि जब वो यूक्रेन एयरपोर्ट पर उतरा तो उसे वहां बताया गया कि उसका ओपन वीजा की बजाय क्लॉज वर्क वीजा लगवाया गया जिसके तहत साफ्टवेयर कंपनी में काम करना था लेकिन उसकी कोई समझ नहीं थी। इस कारण 7 दिन तक एयरपोर्ट पर रोके रखा और बाद में रिटर्न फ्लाइट करवा दी गई।
उधर, पता चला है कि आरोपी वरुणजोतबीर सिंह उर्फ बन्नी होठी ने भी गिरफ्तारी से बचने के लिए स्थानीय सैशन कोर्ट में अपनी जमानत अर्जी दायर की है जिस पर जल्द सुनवाई होगी। वहीं, वर्क परमिट की फाइल को डील करने वाले इस एजैंट वरुणजोतबीर सिंह उर्फ बन्नी होठी पर अभी जिला प्रशासन ने अपना शिकंजा नहीं कसा है जिसका मामला जल्द जिला प्रशासन के समक्ष उठाया जा रहा है।