जय हिन्द न्यूज/जालन्धर/लुधियाना
Canada, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड समेत वो सब देश उस समय सकते में आ गए जब पंजाब पुलिस ने लाखों रुपए लेकर IELTS पास करवाने वाले SCANDAL का खुलासा करके एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
रैकेट में IELTS Exam करवाने वाली IDP का नाम सामने आया है। पता चला है कि विदेश भेजने के नाम पर IDP से जुड़े एजैंट 2 से 3 लाख रुपए लेकर IELTS पास करवाते रहे हैं। पुलिस ने इस रैकेट का खुलासा किया है।
जानकारी के मुताबिक लुधियाना में IELTS पास करवाने वाले रैकेट का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है। आरोपी IELTS पास करवाने के लिए उम्मीदवारों से 2 से 3 लाख रुपए लेते थे। साहनेवाल पुलिस के अनुसार एक IELTS केंद्र का मालिक ही इस रैकेट का संचालन कर रहा था।
- Micro Device से देते थे EXAM -
POLICE की जांच रिपोर्ट के मुताबिक IDP का मालिक उम्मीदवारों को पैसे के लिए परीक्षा हॉल में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मुहैया करवा देता था और IELTS परीक्षा को हल करवा देता था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 12 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक इस पूरे खेल में IDP के एजैंट शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक IDP के एजैंट ने हाल ही में हुए टेस्टों में भी आरोपियों ने उम्मीदवारों की मदद की थी। पुलिस के मुताबिक, अगर टेस्ट में 6 या इससे ज्यादा बैंड मिलते हैं तो आरोपी हर उम्मीदवार से 2 लाख से 3 लाख रुपए वसूल करता था। आरोपी ने खन्ना में आयोजित IELTS परीक्षा में भी कुछ उम्मीदवारों की मदद भी की थी।
पुलिस ने ऐसे किया काबू
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोगा के ग्राम रोड निवासी दिलबाग सिंह, मोगा के ग्राम संगतपुरा निवासी हरसंगत सिंह और जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। श्री मुक्तसर साहिब का निवासी मुख्य सरगना गुरभेज सिंह की गिरफ्तारी अभी बाकी है। गुरभेज सिंह श्री मुक्तसर साहिब में मास्टर्स IELTS और इमिग्रेशन सेंटर चलाते हैं।
एडीसीपी सिटी 2 सुहैल कासिम मीर ने कहा कि साहनेवाल पुलिस ने एक गुप्त सूचना के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया और 5 इलेक्ट्रॉनिक सिम डिवाइस, 7 ईयर ब्लूटूथ डिवाइस, 5 मोबाइल फोन, एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार, एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार बरामद की।
थाना साहनेवाल के एसएचओ इंस्पेक्टर अमनदीप बराड़ ने बताया कि गुरभेज सिंह उम्मीदवारों को उनकी कोड भाषा में ईयर ब्लूटूथ डिवाइस, ‘मक्खी’ प्रदान करवा देता था। जांच में सामने आ रहा है कि आईडीपी के कर्मचारियों की भी कही न कही मिलीभगत सामने आ रही है। कर्मचारी हॉल के अंदर इलेक्ट्रॉनिक सिम डिवाइस भेजने का काम करवाते थे। वे उपकरणों को बेंचों के नीचे चिपका देते थे।
इन सेंट्ररों पर की उम्मीदवारों की मदद
पुलिस के मुताबिक गुरभेज सिंह और उनके सहयोगी केंद्र के बाहर बैठकर परीक्षा हल करते थे। आरोपी ने कबूल किया कि उन्होंने लुधियाना, खन्ना, अमृतसर, गुरदासपुर, कपूरथला और मोगा में परीक्षा को हल करने में उम्मीदवारों की मदद की थी। उन्होंने विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियों के लिए सरकार द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं और अन्य परीक्षाओं में प्रश्न पत्रों को हल करने में भी उम्मीदवारों की मदद की है।
आपको बता दें कि इससे पहले जालंधर में IDP पर करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगा है। ये आरोप पंजाब के अलग-अलग शहरों में रहने वाले 50 से ज्यादा छात्रों ने लगाए हैं। यही नहीं, पिछले दिनों इन छात्रों ने जालंधर में डीसी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए IDP के खिलाफ डीसी को शिकायत दी है। मांग की है कि सभी छात्रों के पैसे वापस करवाए जाएं औऱ फ्राड कर रहे IDP पर एफआईआर दर्ज की जाए।
IDP Education से ठगी का शिकार हुए छात्रों ने बताया कि बंद कालेज के नाम पर जालंधर ट्रैवल एजैंटों ने फीस के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की है। बाद वह वापस आ गए। नियमानुसार इन कालेजों से 45 दिन के अंदर यहां पर जमा की गई फीस वापस करनी होती है लेकिन वह फीस भी वापस नहीं की जा रही है।