जय हिन्द न्यूज/जालंधर
आप्राकृतिक शारीरिक संबंध, दहेज प्रताडऩा, शारीरिक शोषण, धमकी और दाज का सामान हड़पने जैसे संगीन आरोप लगाने वाली रजिंदरा फर्नीचर वालों की बहु का "झट्ट पर्चा-पट्ट राजीनामा" और फिर पति को जेल भेजने के बाद ससुराल पक्ष के साथ समझौता हो गया है।
हवेली हैरीटेज में हुई "ए-प्लस" शादी के बाद दोनों परिवारों के रिश्तों के मसालों का स्वाद ऐसा बिगड़ा कि दोनों तरफ से एक-दूसरे पर जमकर छीटांकशी की गई और रिश्तों को तार-तार करने वाले ऐसे आरोप भी लगाए कि समाज सन्न रह गया।
चंडीगढ़ पुलिस ने भी बहु की शिकायत पर ऐसा संज्ञान लिया कि पति कुबेर पाहवा सीधा जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा गया। वहीं, सास-ससुर-ननद-दामाद बामुश्किल जमानत पर छूटे। अंतत: ससुराल पक्ष संगीन आरोपों वाले केस का वजन सह नहीं पाया और समझौते को राजी हो गया।
सूत्रों के मुताबिक ससुर रजिंदर पाहवा ने जेल में बंद बेटे कुबेर पाहवा को आजाद करवाने के लिए अपने कुबेर के खजाने को बहु के लिए खोल दिया और वो अपनी कीमत शर्त के आधार पर राजीनामा करने पर राजी हो गई।
बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के मध्य लिखित एग्रीमैंट हो गया है और उस आधार पर माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के समक्ष क्रिमिनल केस को दोनों पक्षों की सहमति के आधार पर खारिज करने के लिए क्वैशिंग पटीशन भी दायर हो गई है।
जानकारी मिली है कि माननीय हाईकोर्ट ने क्वैशिंग पटीशन के आधार पर संबंधित पक्षों व चंडीगढ़ पुलिस व सरकार को नोटिस जारी कर जबाव तलब किया है। माननीय हाईकोर्ट ने इस केस को खारिज करने से पहले चंडीगढ़ पुलिस से केस की गंभीरता व आरोपियों के रिकार्ड के मद्देनजर कुछ कानूनी नुक्तों पर रिपोर्ट भी तलब की है।
बहरहाल, दोनों पक्षों को ट्रायल कोर्ट में पेश होकर अपने-अपने बयान रिकार्ड करवाने का आदेश हुआ है। अब देखना शेष होगा कि कुबेर के खजाने का मुंह खुलने के बाद 11.05.2022 को हुआ दोनों पक्षों के मध्य यह लिखित समझौता आने वाले समय में समाज के समक्ष क्या तस्वीर पेश करता है।