जय हिन्द न्यूज/जालंधर
पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद पावर में आई आम आदमी पार्टी के शासनकाल में भी अफसरशाही की नीयत में कूट-कूट कर भरी खोट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी सदैव ऐसे मामलों में सख्त एक्शन लेने के लिए तत्पर रहते हैं लेकिन मामला ध्यान में आने से पहले खोटी नीयत वाले अफसर कैसे रईस लोगों को अवैध ढंग से मोटी कमाई करने की इजाजतें दे रहे हैं, इसका खुलासा आज किया जा रहा है।
दरअसल, ताजा मामला यह है कि शहर में एक होटल रमाडा सिटी सैंटर जीपीओ के पास स्थित है जिसकी पार्किंग स्पेस को पहले ही खत्म करके वहां बड़ा हाल आयोजन करने के लिए किराए पर दिया जा रहा है जिसकी कैपेसटी 200-300 लोगों की है। अब मुद्दा यह है कि होटल फंक्शन करने के लिए है लेकिन होटल मालिकों ने इसका इस्तेमाल अब प्रदर्शनी लगाने के लिए करना शुरू कर दिया है जो कि कानूनी दृष्टि में एकदम गलत है। और तो और इसकी न तो कोई अनुमति है और न ही प्रावधान।
अब मुद्दा यह है कि अति विवादित मालिकों के विवादित अवैध निर्मात होटल रमाडा सिटी सैंटर में 28 और 29 मई 2022 को फ्लीया मार्किट वालों की तरफ से फ्री एंट्री वाली सेल एग्जीबिशन लगाई जा रही है जिससे वहां दो दिनों तक भारी भीड़ उमडग़ी। एक अनुमान के मुताबिक वहां 500 से 1000 हजार लोगों का जमावड़ा एग्जीबिशन के पीक पर होने की सूरत में होने की संभावना है।
एग्जीबिशन लगाने वाली कंपनी फ्लीया मार्किट के संचालकों की भी बानगी देखिए कि एक तो अवैध निर्मित होटल में अवैध ढंग से हैवी रश वाली एग्जीबिशन का आयोजन किया जा रहा है। प्रचार के लिए शहर भर में विज्ञापन माफिया की मदद से अवैध ढंग से प्रचार बोर्ड लगवा दिए और जिला प्रशासन व पुलिस में जुगाड़ भिड़ाकर खुद की जेबों को भरने के लिए आयोजन को अमलीजामा पहना दिया मगर इस सारे प्रबंधन के दौरान एक बार भी नहीं सोचा गया कि अगर आपातकाल स्थिति पैदा हुई तो कितना बड़ा नुक्सान होगा।
यही नहीं, अभी और सुनिए कि इस दौरान पार्किंग समस्या होने से आवागमन कितनी बुरी तरह से प्रभावित होगा जिससे आम जनता को परेशानी होगी। मगर इस आयोजन को लेकर यदि किसी स्तर पर कोई परमशिन प्रदान की गई है, तो उसके खिलाफ आवाज भी उठ सकती है। बहरहाल, इस आयोजन को लेकर संशय बरकरार है कि आम आदमी पार्टी के राज में भी जमकर अनियमितताओं का दौर जारी है। यही कारण है कि अमीर अवैध ढंग से धंधे करके और अमीर और गरीब सही ढंग से काम करके और गरीब होता जा रहा है।
उधर, दूसरी तरफ सूत्र दावा कर रहे हैं कि प्रबंधन की ओर से कांऊटर की बिक्री भी अवैध ढंग से की जा रही है। आयकर कानून के मुताबिक पार्टी से वसूली चैक के जरिए होनी चाहिए लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। खाने-पीने की कीमतों को लेकर कैसे ओवरचार्जिंग होगी, वो आने वाले समय में रिपोर्ट होगी। बहरहाल, जिला प्रशासन, पुलिस व नगर निगम सवालों के घेरे में है, जब तक इस आयोजन को लेकर नियमों का पालन नहीं किया जाता।