जय हिन्द न्यूज/जालंधर
राज्य सरकार की सख्ती के बावजूद लुटेरे किस्म के ट्रेवल एजैंट पंजाब के भोले-भाले लोगों को आए दिन लूट रहे हैं। ताजा मामला करतारपुर की विधवा सरबजीत कौर का सामने आया है जिसके पुत्र को विदेश भेजने का झांसा देकर मोहाली के कथित ट्रेवल एजैंट करण कपूर के खिलाफ सिटी पुलिस ने ठगी व रकम न लौटाने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
स्थानीय जिला एवं सैशन कोर्ट में आरोपी करण कपूर ने अग्रिम जमानत अर्जी दायर की थी जिसको कोर्ट ने सरकारी वकील व शिकायतकर्ता के वकील विशाल परूथी की दलीलों को सुनने के बाद खारिज कर दिया। खास बात यह कि सुनवाई के दौरान कोर्ट को अवगत करवाया गया कि आरोपी करण कपूर ने रकम लौटाने को लेकर एक शपथ पत्र पेश किया था जिसके मुताबिक वो विफल रहा।
दरअसल, ठगी का यह मामला करीब पांच साल पुराना है जिसको लेकर साल 2018 के दौरान करतारपुर जिला जालंधर की महिला सरबजीत कौर ने सिटी पुलिस के क्षेत्र में हुए ठगी के मामले की शिकायत ग्रामीण पुलिस के पास दायर कर दी थी। अब पुलिस ने आरोपी की मदद ऐसे की कि करीब दो साल तक शिकायत अपने पास रखने के बाद जांच सिटी पुलिस को रैफर कर दी।
पीड़ित सरबजीत कौर के मुताबिक उनको आरोपी ट्रेवल एजैंट के साथ वकील रमेश चन्द्ग शर्मा और प्रदीप शर्मा ने मिलवाया था। पासपोर्ट, दस्तावेज वगैरा के अलावा रकम भी वसूली थी और करीब 8 लाख रुपए आरोपी कमल कपूर के खाते में ट्रांसफर किए थे लेकिन यह तीनों उनके बेटे को विदेश भेजने में असफल रहे और पासपोर्ट, दस्तावेज व रकम वापिस मांगने पर वकील रमेश चन्द्ग शर्मा और प्रदीप शर्मा ने अपना पल्ला झाड़ लिया लेकिन पुलिस की जांच के दौरान आरोेपी करण कपूर ने एक शपथ पत्र देकर रकम लौटाने का वायदा किया।
पीड़ित के अनुसार काफी समय बीतने के बाद सिटी पुलिस ने आरोपी करण कपूर के खिलाफ गत दिवस एफआईआर कर दी लेकिन दर्ज मामले में न तो वकील रमेश चन्द्ग शर्मा और प्रदीप शर्मा को नामजद किया गया और न ही ट्रेवल प्रोफैशनल एक्ट की धारा 13 को जोड़ा गया। इस बाबत एक रिप्रेजैंटेशन पुलिस कमिश्नर जालंधर के समक्ष दायर करके उसकी काफी मुख्यमंत्री, होम सैक्रेटरी, डीजीपी, एडीजीपी, डायरैक्टर प्रॉसीक्यूशन समेत जिला अटार्नी को भेजी है।
हैरत की बात है कि ऐसे ठग ट्रेवल एजैंटों पर शिकंजा कसने के लिए खुद माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट स्वत: संज्ञान लेकर कड़े आदेश जारी कर चुकी है। मगर बावजूद इसके पंजाब में करण कपूर जैसे ट्रेवल एजैंटों का लूट का धंधा पूरे जोरों पर चल रहा है। सूत्रों की माने तो यह आरोपी करण कपूर कोई वीजा नहीं लगवाता बल्कि भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फांस कर एेंठी रकम ब्याज पर देकर मोटी कमाई करता है। काफी लोग दो नंबर की पेमेंट को साबित नहीं कर पाते और जिनकी एक नंबर की पेमेंट होती है, उनको पुलिस जांच में उलझाकर काफी समय खराब करने के बाद लौटा देता है जोकि एक गहन जांच का विषय है और इस खेल को बंद करवाना पंजाब सरकार का काम है क्योंकि यह सरासर गैरकानूनी है।
उधर, थाना 6 के प्रभारी जतिंदर कुमार का कहना है कि कोर्ट ने आरोपी करण कपूर की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी है। अब उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जाएगी। उधर, पीड़िता के वकील विशाल परूथी ने बताया कि आरोपी करण कपूर के खिलाफ बीते समय के दौरान विभिन्न जिलों में ऐसे कई मामले दर्ज हुए है जिसमें आरोपी पीड़ित पक्ष के साथ राजीनामा करता चला आ रहा है। ऐसे मामलों से जुड़े कुछ दस्तावेज आज कोर्ट के समय भी पेश किए गए तथा जमानत अर्जी का विरोध किया गया।
बहरहाल, देखना शेष होगा कि फरार आरोपी करण कपूर को गिरफ्तार करने के लिए सिटी पुलिस क्या कदम उठाती है। वहीं, दूसरी तरफ एक समाज सेवी संगठन ने दावा किया है कि वो जल्द ही राज्य के होम सैक्रेटरी जोकि ट्रेवल एजैंट ट्रेड को नोडल अफसर हैं, उनको मिलकर इस कथित ट्रेवल एजैंट कमल कपूर के खेल से अवगत करवाकर सख्ती बरतने की मांग करने जा रही है ताकि राज्य में जारी इस लूट के खेल पर अंकुश लगे।