जय हिन्द न्यूज/जालंधर
ब्याजू दिए पैसों की रिकवरी के लिए एक बिजली दुकानदार संजीव कुमार की मानसिक प्रताडऩा करने और उसको सुसाइड के लिए मजबूर करने के आरोप में नामजद आरोपियों का खुलेआम घूमना पंजाब की भगवंत मान सरकार के लिए अच्छा संकेत नहीं है। पंजाब की भगवंत मान सरकार के पालीटिकल एंड करप्शन फ्री पुलिस के दावों पर यह कालिख जालंधर सिटी की थाना चार पुलिस पोत रही है।
थाने में 18/2022 नंबर मुकदमा दर्ज है जिसमें दीपक भाटिया, ए.पी. सिंह, बादशाह, पम्मी गिल, गुरिंदर बजाज, बिंदी घोड़ी वाला तथा यश पहलवान नामक व्यक्ति नामजद है। हैरत की बात यह है कि यही फरार आरोपी यश पहलवान को समाज में न केवल खुला घूमते देखा जा रहा है बल्कि वो थाना चार में भी बिना खौफ आ जा रहा है।
खास बात यह भी कि फरार आरोपी यश पहलवान की अग्रिम जमानत अर्जी सैशन कोर्ट से खारिज हो चुकी है। जमानत अर्जी को खारिज करते हुए खुद सैशन कोर्ट ने तर्क दिया है कि फरार आरोपी यश पहलवान को हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है। ऐसी सूरत में थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगना लाजिमी है क्योंकि पुलिस की नजर में फरार चल रहे आरोपी यश पहलवान को खुलेआम घूमते, अपना मोबाइल इस्तेमाल करते देखा जा रहा है।
उधर, सुसाइड केस दर्ज कराने वाली खुशबु शर्मा का भी दर्द है कि उनके पिता को सुसाइड के लिए मजबूर करने के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। वो पुलिस को बार-बार थाने जाकर उनको गिरफ्तार करने की मांग कर रही है लेकिन पुलिस उनके फरार होने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ रही है।