जय हिन्द न्यूज/जालंधर
साल 2017 के दौरान सिटी पुलिस की ओर से क्रिमिनल केस में नामजद किए आम आदमी पार्टी के जालंधर वैस्ट से उम्मीदवार शीतल अंगुराल को स्थानीय अदालत ने सरैंडर करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया है। शीतल के साथ उसके भाई राजन अंगुराल ने भी सरैंडर करके जमानत हासिल की है।
विचाराधीन मामले में अभी अन्य आरोपियों की पेशी का इंतजार किया जा रहा है जिसके बाद शीतल अंगुराल सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ ट्रायल चलेगा। अंगुराल ब्रदर्स के अलावा कोर्ट के समक्ष भाजपा टिकट के दावेदार महिंदर भगत, आशु घई ने भी सरैंडर किया है लेकिन बेल बांड पेश करने के लिए माननीय अदालत से समय लिया है।
वहीं, जानकारी मिली है कि इसी केस में अदालत ने पेशी से कन्नी काटने वाले भाजपा नेता प्रदीप खुल्लर तथा अनिल सोनकर के गैरजमानती वारंट जारी किए हैं। हालांकि इस मामले में भाजपा नेता पहले ही सरैंडर करके जमानत हासिल कर चुके हैं।
दरअसल, यह वही मामला है जब साल 2017 के दौरान विवादित युवती हरविंदर कौर मिंटी की शिकायतों के खिलाफ कांउटर शिकायत करने पुलिस कमिश्नर आफिस आए भाजपाईयों ने आफिस में धरना दे दिया था।
धरने के कारण पुलिस कमिश्नर आए लोगों को काफी परेशानी हुई थी और पुलिस ने सिमरनजीत सिंह की शिकायत पर करीब दर्जन भर समर्थकों के खिलाफ थाना नई बारादरी में केस दर्ज किया था।
इस केस में तब भाजपा और अब आम आदमी पार्टी के नेता बनकर वैस्ट हलके से उम्मीदवार बने शीतल अंगुराल को भाई राजन अंगुराल के साथ नामजद किया गया था। केस में महिंदर भगत तथा प्रदीप खुल्लर भी चिन्हित करके नामजद किए थे।