जय हिन्द न्यूज़/जालंधर
पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारियों के लाख प्रयासों के बावजूद कुछ अफसर अपने पुराने पुलसिया अंदाज़ को त्याग नहीं पा रहे हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकार अगर इनकी खामियां उजागर करते हैं तो यह पत्रकारों को ही प्रताड़ित करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। मगर आज गलतफहमी पाल कर बैठी जालंधर की थाना 3 पुलिस के स्टाफ को इस बात का एहसास हो गया कि अब पहले वाली बात नहीं रही।
ऐसा ही एक मामला जालंधर में आज सुलगा और गुस्साए पत्रकार पहले थाना 3 के बाहर और बाद में शहीद भगत सिंह चौक में प्रदर्शन पर बैठ गए तो तत्काल ही पत्रकारों से बदसलूकी आरोपी SI और ASI को प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन (PEMA) के प्रधान सुरिंदर पाल की शिकायत के आधार पर लाइन हाजिर कर दिया गया।
यही नहीं, मामले का संज्ञान लेने पहुंचे डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) नरेश डोगरा को PEMA के सीनियर वाईस प्रेजिडेंट एंड लीगल एंड डिमांड कमेटी के चेयरमैन राजेश कपिल ने थाना 3 के SHO मुकेश कुमार के खिलाफ भी हाइकोर्ट में याचिका दायर करने के लिए ज़रूरी एक रिप्रेजेंटेशन दायर की है जिसमें सभी पत्रकारों की ओर से बताए कच्चे चिठे की जांच करने और अयोग्यता के चलते थाना से हटाए जाने की मांग की है।
दरअसल, मामला 5 दिन पहले तब पनपा जब थाना 3 के इलाके में तेजी से बढ़ रही अनियमितताओं के मामले पत्रकार उठा रहे थे और SHO मुकेश कुमार से सवाल पूछकर उनको जनहित में एक्शन लेने के लिए बाध्य कर रहे थे। इसी बीच शहीद भगत सिंह चौक में नाके के दौरान पत्रकार की माता को रोककर आरोपी SI और ASI ने पुलिसिया अंदाज़ में प्रताड़ित किया जिसका विरोध करने पर SHO ने पत्रकार को खबरें बंद करने को कहा।
मामला PEMA के प्रधान सुरिंदर पाल और एक DCP के ध्यान में आने के बाद आज सर्किट हाउस में दोनों पक्ष जुटे थे कि आरोपी SI और ASI ने प्रधान सुरिंदर पाल के साथ भी बदतमीजी से बात की। हद तो तब हो गई जब हठी रवैये के कारण बदनाम थाना 3 के SHO मुकेश कुमार ने भी PEMA प्रधान सुरिंदर पाल को अपनी पुलिसिया तल्खी दिखा दी।
दुषपरिणाम, सूचना मिलते ही सभी पत्रकार थाना 3 के बाहर जुट गए और रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया।पहले ही ASI, SI और उसके बाद SHO के हठी तेवर देख चुके पत्रकार प्रदर्शन कर ही रहे थे कि थाना पहुँचे "भटूरे वाले पुलिस अफसर" के नाम से जाने जाते ACP नार्थ सुखजिंदर सिंह ने पत्रकारों से बात किए बिना थाना के अंदर घुसकर विरोध की आग में घी का काम कर दिया।
फिर हुआ यह कि पत्रकार और भड़क गए और थाना 3 के बाहर से उठकर शहीद भगत सिंह चौक में आकर बैठ गए। हैरत यह रही कि अपने थाना क्षेत्र में लगे धरने पर भी SHO-ACP तो दूर थाना का कोई कर्मचारी नहीं पहुँचा। स्पेशल ब्रांच के जरिये विरोध प्रदर्शन की खबर कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के कान में पहुँची तो DCP नरेश डोगरा मौके पर आए और तत्काल आग्रह करके धरना खत्म करवाया और आरोपी SI-ASI के खिलाफ लिखित शिकायत लेकर दोनों को लाइन हाजिर कर दिया और SHO 3 मुकेश कुमार SI के खिलाफ भी मिली प्रतिबेनती को कमिश्नर को अगली कार्रवाई के लिए भेज दिया।