जय हिन्द स्पॉट न्यूज़/जालंधर
हिन्दू संस्कृति का प्रतीक स्तंभ नवरात्र पर्व जिसकी मर्यादा का पालन करना ही एक सच्चे हिन्दू का पहला धर्म है लेकिन यह क्या ? पंजाब के जालंधर शहर में एक हिन्दू नेता ने अपने ही धर्म का घोर अपमान कर डाला। हिन्दू मर्यादा के उल्लंघन और धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाने का यह मामला दरअसल शहर के मॉडल टाउन में घटित हुआ और पूरा कार्यक्रम विवादों में आ गया है।
हुआ यूं कि एक आयोजक ने डांडिया नाईट रखी। मां दुर्गा की पावन मूरत स्थापित करके पावन दरबार सजा था और अतिथि समूह में शामिल हिन्दू नेता होने का दावा करने वाले अरविंद कुमार उर्फ अरविंद मिश्रा उर्फ अरविंद शर्मा दरबार में चमड़े से बने जूते पहनकर माथा टेकने आ पहुंचे। वहाँ न किसी ने कोविड गाइडलाइन्स का पालन किया था और न किसी ने मास्क पहना था।
डांडिया समारोह में दिग्गजों के साथ सम्मान की चाहत के दौरान संभवतः नेतागिरी के नशे में चूर इस युवा नेता ने अपने जूते तक उतारना मुनासिब न समझा और समेत जूते ही माथा टेका और आयोजकों से सम्मान के तौर पर माता की चुनरी को भी बड़े फक्र के साथ हासिल किया। ऐसा करके अप्रत्क्ष तौर पर आयोजक भी जाने-अनजाने में पाप के भागीदार बन गए।
जानकारी के मुताबिक नवरात्रों के उपलक्ष्य में आज दूसरे नवरात्रे पर मॉडल टाउन स्तिथ चारु स्याल ‘द हाउस ऑफ लेबल’ में ए.एन. कत्थक डांस विज़न द्वारा ‘रिग एंड रैग’ की एकता कौशल, प्रियंका पूरी मेक-अप आर्टिस्ट, ‘केक वाल्क’ की पूजा अरोड़ा व अनुत्थाम के सहयोग से डांडिया समारोह आयोजित किया गया।
माता के दरबार में पार्षद अरुणा अरोड़ा, नवअंकुरित मॉडल टाउन मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान अरविंद कुमार उर्फ अरविंद मिश्रा उर्फ अरविंद शर्मा, चेयरपर्सन व भावना क्रिएशन की भावना पुष्कर संदल ने बतौर अतिथि मंडल शिरकत की। इस मौके पर शहर की महिलाओं व युवतियों ने डांडिया का भरपूर आनंद उठाया।
गौरतलब है कि महिलाएं व युवतियां पौराणिक पहरावे पहन व खासे तौर पर मेक-अप कर तैयार हो कर आई थी। इस मौके किसी को बेस्ट ड्रेस तो किसी को बेस्ट मेक-अप के शीर्षक से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त बेस्ट आई मेक-अप, बेस्ट जूड़ा, बेस्ट हेयर-डू, बेस्ट डांडिया डांस आदि शीर्षकों से भी विभिन्न विजेताओ को नवाजा गया। इस मौके पर मीनाक्षी, अश्वनी कत्थक, चारू स्याल, नीतू मेहरा, अनिल कौशल, रिघु, सपना मिश्रा, सारांश, गुन आदि मौजूद थे।
उधर, इस नेता को संपर्क करके उसका पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया लेकिन उनको whatsapp के जरिए लिखित पक्ष रखने के लिए बोल दिया गया है जो seen करने के बाद भी कोई लिखित पक्ष नहीं भेज पाएं हैं जिससे साफ है कि वो अब कुछ नहीं कहना चाहते। मगर फिर भी जब भी, जैसे ही उनका पक्ष प्राप्त होगा उसको भी प्रकाशित किया जाएगा।