मीडिया पर प्रतिबंध लगाना असंभव - जेतली
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत में मीडिया पर 'प्रतिबंध का युग’ अब समाप्त हो चुका है और इसे लगाना 'वस्तुत: असंभव’ है। आकाशवाणी की ओर से आयोजित सरदार पटेल व्याख्यान में संबोधन के दौरान जेतली ने कहा कि भारत में लगातार न्यायिक फैसलों और तकनीकी विकास के जरिये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का विस्तार हुआ है। यह भी कहा कि दुरूपयोग भी जोरों पर है। जेतली ने कहा कि अकेला मैं नहीं कई और भी मानते है कि प्रतिबंधों का युग समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा, क्या सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए ? जहां तक संभव हो, नहीं। उन्होंने कहा कि जबकि प्रिंट मीडिया और काफी हद तक इलेक्ट्रानिक मीडिया अपनी सामग्री में विवेक का इस्तेमाल करते हैं, सोशल मीडिया में ऐसी व्यवस्था का अभाव है। जेटली ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने ठीक ही कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता निरपेक्ष नहीं है और यह उचित रोक के अधीन है जिसे विशेष रूप से परिभाषित किया गया है। उन्होंने कहा, एक ऐसे समाज में तहां बहुधर्म, बहु.संस्कृति कारणों से संवेदनशीलताएं हैं, हम क्या करेंगे यदि कोई स्वयं ही लक्ष्मण रेखा पार करे? भारतीय समाज क्या करता यदि डेनमार्क की बजाय, वह भारतीय कार्टूनिस्ट होता? उन्होंने कहा, इसलिए हमारे पास आपराधिक कानून का प्रावधान हैं लेकिन यह गंभीर मामलों में होता है, इसलिए अनिच्छापूर्वक व्यापक हित में कुछ संयम का प्राधिकार होना चाहिए ताकि इससे लोक व्यवस्था में बाधा नहीं आये और इसलिए 195० के अनुच्छेद 19 (2) में लगाये गए प्रतिबंध की महत्पूर्ण भूमिका होगी।