नई दिल्ली। आयकर विभाग की टीमों ने रविवार तड़के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी (विशेष ड्यूटी पर तैनात अधिकारी) प्रवीण कक्कड़ तथा अन्य लोगों के भोपाल और इंदौर स्थित निजी आवास और अन्य ठिकानों पर दबिश दी है। दबिश में बड़ी मात्रा में नगदी मिलने की बात भी सामने आ रही है। देशभर में तीन राज्यों के 50 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी जारी है जिसमें 300 अधिकारी लगे हुए हैं। अब तक तलाशी में करीब 9 करोड़ बरामद हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली से आए आयकर विभाग के दलों ने रविवार तड़के भोपाल व इंदौर में एक साथ दबिश दी। भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा इमारत की 6वीं मंजिल और नादिर कॉलोनी, इंदौर के विजयनगर स्थित कार्यालय सहित अन्य स्थानों पर दबिश दी। कक्कड़ राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी है। कक्कड़ को राष्टपति पुरस्कार भी मिल चुका है। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के भी ओएसडी रहे हैं। सरकारी नौकरी छोड़ चुके कक्कड़ वर्तमान में मुख्यमंत्री के ओएसडी हैं। सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग की टीमों ने भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा में ही एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) संचालक के ठिकानों के साथ-साथ अन्य कई स्थानों पर भी दबिश दी है। छापे की कार्रवाई जारी है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग के 300 अधिकारियों की टीम देश भर के 50 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इनमें से एमपी के सीएम कमलनाथ के ओएसडी के अलावा कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी, अमीरा ग्रुप और मोजेर बेयर पर भी छापे मारे गए हैं। इनमें से भोपाल, इंदौर, गोवा के अलावा दिल्ली में 35 लोकेशन पर छापेमारी की है। भोपाल में प्रतीक जोशी के यहां भारी मात्रा में रुपये बरामद हुए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे रातुल पुरी, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हुए हैं। रातुल पुरी का नाम राजीव सक्सेना से पूछताछ के दौरान छिपा लिया गया था। राजीव सक्सेना का दुबई से अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील मामले में प्रत्यर्पण हुआ था।