चौकसी की कंपनी के कारण बैंकों की हालत होगी और खराब, 8000 करोड़ बढ़ेगा NPA
नई दिल्ली : पीएनबी घोटाले में फंसी मेहुल चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स के चलते बैंकों की हालत और भी खराब होने वाली है। दिसंबर तिमाही तक बैंकों का ग्रॉस एनपीए 8,40,958 करोड़ रुपए था लेकिन चौथी तिमाही में एनपीए या बैड लोन 8000 करोड़ रुपए बढऩे की आशंका जताई गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017-18 की अंतिम तिमाही में एनपीए करने वाले लोन अकाउंट में गीतांजलि का बड़ा हाथ है। उल्लेखनीय है कि 13 हजार करोड़ का घोटाला करने के बाद कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी विदेश भाग गए हैं। गौर हो कि इस घोटाले के सामने आने के बाद मुंबई स्थित स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने मोदी और चौकसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। इलाहाबाद बैंक की अगुवाई में 21 बैंकों के कंसोॢटयम ने पहले 2010-11 में वॄकग कैपिटल लोन बढ़ाया था। इसके बाद 2014 में आईसीआईसीआई बैंक ने लीड बैंकर की भूमिका निभाते हुए सबसे अधिक करीब 900 करोड़ रुपए का लोन दिया जो आरबीआई के संशोधित दिशानिर्देश तहत था।