जय हिन्द न्यूज़/जालंधर
सीलिंग नोटिस जारी कर और निर्मित ईमारत को गिराने का डर दिखाकर ब्लैकमेलिंग से रिश्वत वसूली करने के मामले में आज बड़ा अपडेट सामने आया।
स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने गत दिवस गिरफ्तार किए MLA Raman Arora को कोर्ट के समक्ष पेश करके खुलासा किया कि पहले ही गिरफ्तार ATP सुखदेव वशिष्ठ ने गहन पूछताछ में MLA के ब्लैकमेलिंग के खेल का सारा राज उगला है।
VB के स्पेशल वकील ऋषि भारद्वाज ने कोर्ट को अवगत करवाया कि अभी तक की जांच में ATP सुखदेव वशिष्ठ ने अपना बयान दर्ज़ करवाया है कि MLA Raman अरोड़ा के कहने पर ही नोटिस जारी करके इमारत मालिकों को MLA से मिलवाता था और सामने ही डिमांड रकम मिलते ही नोटिस को बट्टे खाते खोल देता था।
बड़ा खुलासा: MLA Raman Arora के घर से नगर निगम के बिल्डिंग शाखा रिकॉर्ड की चार फ़ाइलें और 11 खाली नोटिस मिले है जिनका उनके घर पर होने का कोई उदेश्य नहीं बनता था। खास बात यह कि उन चारों फ़ाइल से जुड़ी ईमारतो को भी नोटिस जारी थे और डील पेंडिंग थी। संभवतः जिस आखिरी डील के चलते ATP को गिरफ्तार किया यह फ़ाइल उनमें से ही एक होगी। वहीं घर से बरामद 6.30 लाख भी जांच का विषय है जिसके चलते VB ने 10 दिन का रिमांड माँगा था।