जय हिन्द न्यूज/जालंधर
अमेरिका से डंकी रिटर्न किए जाने के बाद केंद्र व पंजाब सरकार हरकत में हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान बिना लाइसैंस वर्क परमिट या डंकी लगवाने वाले ट्रैवल एजैंटों पर सख्ती बरतने का दावे कर रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
विगत दिवस एक न्यूज चैनल ने जालंधर में डंकी लगवाने वाले एक जाली ट्रैवल एजैंट का अभी भी डंकी लगवाने के धंधे की डील का स्टिंग आपरेशन करके जिला प्रशासन के दावों की पोल खोली थी, वहीं आज जालंधर की सीएम विंडो का प्रभार देख रहे सीएम फील्ड अफसर इन्द्र पाल की सच्चाई भी सामने आ गई।
दरअसल, जालंधर की दो लड़कियों सुमन व प्रभजोत ने एक ट्रैवल एजैंट रमा शर्मा के खिलाफ 11.01.2025 को जिला प्रशासन को शिकायत भेजी थी जिसको सीएम फील्ड अफसर इन्द्र पाल को कार्रवाई के लिए भेजा गया था। करीब डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी अफसर ने सबूत पेश करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की।
सूरत-ए-हाल जिला प्रशासन जालंधर, शिकायत में लगाए वर्क परमिट, क्र्वाटर रिटर्न फाइल न करने तथा आफिस काफी समय से बंद करने के आरोपों के बावजूद डेढ़ महीने के दौरान ट्रैवल एजैंट को न तो कारण बताओ नोटिस जारी किया और न ही कोई फील्ड रिपोर्ट तलब की गई।
अब किया क्या? वो पढि़ए कि शिकायत के आधार पर सीएम विंडो वाले अफसर ने दोनों पक्षों को सुनवाई के लिए आज तलब किया लेकिन दूसरे पक्ष की ट्रैवल एजैंट न तो खुद पेश हुई और न उसकी तरफ से कोई पैरवीकर्ता आया। परिणाम शिकायतकर्ता लड़कियों के साथ ही अशोभनीय ढंग से डील किया गया जिससे भगवंत मान सरकार की साख को चोट पहुंची।
बहरहाल, इंसाफ के लिए दोनों लड़कियां जिला प्रशासन के दरवाजे पर लाचार और मजबूर खड़ी दिखाई दी और आम आदमी पार्टी की सरकार को कोसती सुनाई दी। दोनों ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान समक्ष मुद्दा उठाया है कि अगर इंसाफ या कार्रवाई के दावे करते हैं, तो कम से कम अफसर तो इंसाफ पसंद लगाओ।