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पत्रकार राजेश कपिल के हक में उतरे एस.सी संगठन, सीपी को मांगपत्र सौंप झूठा पर्चा रद्द करने की मांग, सप्ताह बाद संघर्ष की चेतावनी

By JAI HIND NEWS/JALANDHAR

Published on 21 Oct, 2024 08:19 PM.

विगत दिवस शोभायात्रा के दौरान वाल्मीकि समाज के मैंबर को जातिसूचक शब्द बोलने व धमकाने के आरोप में नामजद किए सीनियर पत्रकार राजेश कपिल के पक्ष में आज एस.सी संगठन ही उतर आए।

 

 

समाज के लोगों ने सिटी पुलिस को एक रिप्रैजेंटेशन सौंपकर दर्ज मामले को मनगढ़त एवं झूठा करार देते हुए उसे तत्काल चश्मदीद गवाहों के एफिडेविट और वीडियो सबूतों के आधार पर रद्द करने की मांग की है।

 

 

शिष्टमंडल में शामिल नेताओं ने सिटी पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि केस सप्ताह भर में कैंसिल नहीं किया गया तो मजबूरन उनको संघर्ष पर उतरना पड़ेगा।

 

 

उधर, पता चला है कि सीपी ने एसपी लेवल के अधिकारी से 2-4 दिनों में पूरे घटनाक्रम की जांच रिपोर्ट तलब की है। साथ ही कहा है कि किसी के साथ बेइंसाफी नहीं होगी।

 

 

जानकारी के मुताबिक वाल्मीकि समाज के युवा नेताओं पर आधारित देश की प्रमुख संस्था वाल्मीकिन टाइगर फोर्स के प्रधान अजय खोसला के नेतृत्व में विभिन्न एस.सी संगठनों के नेताओं का एक शिष्टमंडल आज पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा से मिला और सीनियर पत्रकार राजेश कपिल पर साजिश के तहत दर्ज करवाए मामले को रद्द करने की मांग रखी।

 

 

पुलिस कमिश्नर को मिलने के बाद अजय खोसला ने मीडिया को बताया कि पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा की सुधार छवि को मद्देनजर रखते हुए वो आज शांतिपूर्वक उनके आफिस पहुंचे और सीनियर पत्रकार राजेश कपिल के साथ हुई साजिश को उनके समक्ष गवाह व वीडियो सबूत पेश करके बेनकाब किया।

 

 

 

खोसला ने बताया कि विगत 16.10.2024 को शहर में पूरे हर्षोल्लास के साथ निकली शोभायात्रा में उनकी संस्था का जत्था भी हर साल की तरह शामिल हुआ था जिसमें समाज की बेहतरी के लिए सदैव तत्पर रहने वाले सीनियर पत्रकार राजेश कपिल को बतौर मेहमान शामिल किया गया था। उन्होंने बताया कि उनका जत्था शाम करीब 4 बजे सिटी रेलवे स्टेशन से चलकर शाम करीब 5.10 बजे पुराने थाना 3 के पास पहुंचा था।

 

 

 

उन्होंने दावे के साथ कहा कि शोभा यात्रा मार्ग पर स्टेज लगाकर साथियों सहित बैठे शिकातयकर्ता राहुल गिल उर्फ विराट उर्फ राम ने खुद अपनी कुर्सी से उठकर जीप में वाल्मीकि समाज के युवाओं के साथ सवार राजेश कपिल को अंगुली दिखाकर धमकीपूर्ण इशारा किया था जिस पर राजेश कपिल ने कोई जबाव नहीं किया।

 

 

 

खोसला ने बताया कि जब जत्था कुछ आगे बढ़ा तो लव-कुश चौक के पास शिकायतकर्ता राहुल गिल ने साथियों समेत आकर राजेश कपिल की जीप का रास्ता रोक लिया। वो सभी उनको शोभायात्रा से बाहर निकालने पर अड़ गए जिसका समाज के काफी लोगों ने विरोध जताया लेकिन इसी बीच सभी हमलावरों की तरह राजेश कपिल पर टूट पड़े और जान से मारने की धमकीयां देते हुए गाली-गलोज करने लग गए थे।

 

 

 

उन्होंने बताया कि उस दौरान सीनियर पत्रकार राजेश कपिल जो कि बेहद शांत स्वाभाव के व्यक्ति हैं, ने उनकी गालियों का जबाव भी भगवान वाल्मीकि जी के जयकारों के साथ दिया और शोभायात्रा की मर्यादा को भंग नहीं होने दिया जिसकी मौके पर मौजूद समाज के लोगों ने काफी सराहना की।

 

 

हैरत जताते हुए खोसला ने बताया कि घटना के समय थाना 3 के एसएचओ रविंदर कुमार खुद चौक में मौजूद थे। और तो और असुरक्षा की भावना महसूस होने पर उसी समय राजेश कपिल ने खुद पुलिस कमिश्नर को फोन पर करके सुरक्षा यकीनी बनाने की मांग की थी और उनको लिखित शिकायत भी दर्ज करवाई थी।

 

 

 

सिटी पुलिस के रवैये प्रति अफसोस जाहिर करते हुए खोसला बोले कि शिकायत के बावजूद और घटनाक्रम के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी हमलावरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई बल्कि इसके विपरीत सीनियर पत्रकार राजेश कपिल के खिलाफ 19.10.2024 को एक साजिश के तहत राहुल गिल को धमकाने और जातिसूचक शब्द बोलने का मामला दर्ज कर लिया गया जो कि सरासर नाइंसाफी है क्योंकि शोभायात्रा में मौजूद वाल्मीकि समाज के सैंकडों लोग घटना के गवाह हैं और पूरे घटना क्रम की वीडियों भी बनी हुई है।

 

 

खोसला ने कहा कि वाल्मीकि समाज न तो किसी के साथ धक्केशाही बर्दाश्त करता और न समाज के किसी व्यक्ति को किसी के साथ धक्केशाही करने का संदेश देता है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि किसी पर जातिसूचक शब्द बोलने का झूठा मामला दर्ज करवाने से एस.सी समाज की बदनामी होती है और वो वाल्मीकिन टाइगर फोर्स तथा हमारे साथ जुड़े अन्य एस.सी संगठन स्वीकार नहीं करेंगे।

 

 

खोसला ने कहा कि पुलिस को मांग पत्र सौंपकर अल्टीमेटम दिया गया है। सप्ताह भर में सीनियर पत्रकार राजेश कपिल पर पर्चा कैंसिल नहीं किया तो वे सभी संघर्ष करने को मजबूर होंगे। इंसाफ न मिलने पर पंजाब बंद की काल देंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकार राजेश कपिल वाल्मीकि समाज के अधिकारों के प्रहरी है, उनके अधिकारों के लिए लडऩे वाले हैं। वो कभी समाज के किसी वर्ग को जातिसूचक नहीं बोल सकते। हालांकि इस बार तो वो और उनकी सारी फोर्स मैंबर मौके के गवाह है कि राजेश कपिल ने न तो राहुल गिल को धमकाया और न ही जातिसूचक शब्द बोले।

 

 

 

उन्होंने बताया कि आज उनके साथ संस्था के उपप्रधान विक्की चीदा, भगवान वाल्मीकि वैल्फेयर कमेटी के पंजाब प्रधान सोमा गिल, रविदासिया फोर्स पंजाब के प्रधान सन्नी जस्सल, भीम आर्मी चीफ कमलजीत, समाज के अन्य बलजीत गिल, ऋषि बधन, रोहित, राजन, साजन, नीरज बैंस, ऋर्षि हंस, रंजीत, अवी, रजनीश, बंटी, गौरव समेत भारी संख्या में एस.सी समाज के मैंबर सीपी से मिले।

 

 

 

एक करोड़ रुपए नहीं दे सकता, धमकाने की जरूरत नहीं: राजेश कपिल

संपर्क करने पर सीनियर पत्रकार राजेश कपिल ने अपना पक्ष रखा और बताया कि केस दर्ज करवाने वाला राहुल गिल कोई और नहीं बल्कि वो ही शख्स है जिसने बीते साल भी उनके खिलाफ अपने भाई रवि गिल की आत्महत्या के बाद मेरे पर झूठा केस दर्ज करवाया था। और उस केस में भी लोगों की संवेदना का लाभ लेकर जातिसूचक शब्द बोलने की धारा जुड़वाई थी और बिना सोचे समझे कुछ भी बोलने के दौरान भाई रवि को परेशान करके 10 करोड़ रुपए मांगने का आरोप लगाकर उनकी छवि समाज में धूमिल की थी। राजेश कपिल ने बताया कि वो मामला अदालतों में लंबित है। हाईकोर्ट का अंतरिम स्टेआर्डर जारी है। चार्ज के खिलाफ रिवीजन पटीशन में राहुल गिल का जबावदावा दाखिल हो चुका है। अब फाइनल बहस के बाद फैसला होना बाकी है। ट्रायल भी स्टे हो चुका है। अब ऐसे में गवाही के लिए धमकाना और राजीनामा का दबाव तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि केस के बाद वो 10-11 महीनों से एक्टिव हैं लेकिन कभी राहुल गिल ने उन पर ऐसा आरोप नहीं लगाया। आशंका जताते हुए कहा कि जरूर राहुल को उनका कोई न कोई कारोबारी या सामाजिक विरोधी हाथों में लेकर खेल रहा है और उसका इस्तेमाल करके लगातार मेरे खिलाफ षडय़ंत्र करवा रहा है ताकि समाज में मेरा स्तर गिरे और मेरी छवि धूमिल हो जिससे मेरा कारोबार आगे न बढ़े। और इन्हीं गतिविधियों के सहारे मुझ पर एक करोड़ रुपए देकर पुराना मामला सैटल करने का दबाव बनाया जा रहा है जो मुझे किसी कीमत पर मंजूर नहीं है। राजेश कपिल ने उम्मीद जताई कि वाल्मीकि समाज हमेशा सच के साथ खड़ा हुआ है और आज भी मेरे साथ खड़ा है। साथ ही एस.सी समाज को अपील करते हुए कहा कि राहुल गिल जो कि बलात्कार मामले में 7 साल की सजा होने के बाद खुद जमानत पर है, उसके और उनके षडय़ंत्रकारी साथियों के उकसावे में न आए और हकीकत को जानने के बाद ही फैसला करें।

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