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NHS Hospital के डायरेक्टर संदीप गोयल के पिता वयोवृद्ध डॉ अमरजीत गोयल ने आज ली आखिरी सांस, मेडिकल सेवा के एक युग का हुआ अंत, पढ़िए कब होगा अंतिम संस्कार

By RAJESH KAPIL, EDITOR IN CHIEF

Published on 22 Aug, 2024 11:32 PM.

       जय हिन्द न्यूज़ /जालंधर

 


उस ज़माने के डॉक्टर ज़ब महज 5/- रूपए में checkup के बाद अमीर हो या गरीब, 3 वक्त की दवाई भी साथ मिलती थी, वो मेडिकल सेवा की मूरत डॉ अमरजीत गोयल आज हमारे बीच नहीं रहे।


आज शाम के समय वृद्ध शरीर में बीमारी से जूझ रहे डॉ अमरजीत गोयल ने आखिरी सांस ली। वे करीब 4 महीने पहले आखिरी बार क्लिनिक पर आए थे और तभी से सबको अलविदा कहते सुनाई दिए थे जिसको सुनकर सभी की आंखें नम हो रही थी।

 

 

 

जालंधर के पटेल चौक के पास स्थित पुराना गोयल क्लिनिक जहां कम पैसे में हर मर्ज से छुटकारे की उम्मीद लेकर पहुँचने वाले सेंकड़ो लोगों की भीड़ रहती थी, आज वो सूनी हो गई और "मेडिकल सेवा" के एक युग का अंत हो गया।

 

 

 

दिवंगत आत्मा के सुपुत्र संदीप गोयल (Director of NHS Hospital, Jalandhar) के मुताबिक पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार दिनांक 23.08.2024 को 11 बजे हरनामदासपुरा घाट पर किया जाएगा।

 

डॉ. नवीन चितकारा, डॉ हरप्रीत सिंह, डॉ रमन चावला, डॉ मुकेश जोशी, डॉ. राजेश पसरीचा, डॉ अनूप बौरी, डॉ चन्दर बौरी, Apex के डॉ करणवीर सिंह, PGI IMR के डॉ तनवीर सिंह समेत समाज के विभिन्न वर्ग के नामचीन लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।

 

 

 

 

बता दे कि दिवंगत डॉ अमरजीत गोयल जी के नाम के साथ "क्लिनिक सेवा" इसलिए लिखा जा रहा है क्योंकि उन्होंने अपनी फीस नाममात्र रखी थी जिसको महज सेवा की श्रेणी में माना जाता रहा था। आखिरी समय यानि 2024 साल की महंगाई के दौर में भी ज़ब डॉ 500/- मशवरा फीस लेते थे उनकी फीस 60/- रूपए से ज्यादा नहीं हुई और दवा आज भी साथ देते थे।

 

 


पुण्य आत्मा की जीवित शख्सियत को लेकर समूचे समाज में यह उदहारण दी जाती थी कि सेवा श्रेणी की फीस से क्लिनिक खर्च निकालकर उन्होंने न केवल अपना परिवार चलाया बल्कि सुपुत्र को एक बेहतरीन डॉक्टर बनाकर समाज को दे दिया। हालांकि उनकी कमी समाज को सदा खलती रहेगी।

 

 


जय हिन्द न्यूज़ नेटवर्क ग्रुप उनकी आत्मिक शांति की प्रार्थना करता है। परम पिता परमात्मा के समक्ष प्रार्थना करता है कि पुण्य आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे और परिवार सहित समूचे समाज को उनका वियोग सहने की शक्ति प्रदान करें।

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