पुलिस ने पुणे के विश्रांतवाड़ी इलाके में दो गोदामों और एमआईडीसी (MIDC) इलाके में एक फैक्ट्री पर छापा मारा और 600 किलोग्राम 'म्याऊ-म्याऊ' ड्रग बरामद की.
पुणे और दिल्ली में छापेमारी के बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने दोनों शहरों में छापेमारी के दौरान 1,800 किलोग्राम सिंथेटिक उत्तेजक दवा मेफेड्रोन बरामद की है, जिसे 'म्याऊ म्याऊ' भी कहा जाता है. पकड़ी गई ड्रग की अनुमानित कीमत लगभग 3,500 करोड़ रुपये है. इसे हाल के दिनों में नशीली दवाओं की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक माना जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को पुलिस ने पुणे के विश्रांतवाड़ी इलाके में दो गोदामों और एमआईडीसी (MIDC) इलाके में एक फैक्ट्री पर छापा मारा और 600 किलोग्राम 'म्याऊ-म्याऊ' ड्रग बरामद की. इसी मामले में दिल्ली में मौजूद गोदामों और अन्य इलाकों से और भी ड्रग बरामद की गई.
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि पुणे और दिल्ली से तीन-तीन लोगों को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत नशीली दवाओं के मामले में गिरफ्तार किया गया है. पुणे पुलिस ने बुधवार को भी दिल्ली में छापेमारी की. कई लोग पुणे पुलिस की जांच के दायरे में हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है.
दो दिनों तक चले एक बड़े ऑपरेशन में पुलिस ने पुणे और नई दिल्ली में छापे मारकर 1,100 किलोग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स मेफेड्रोन (एमडी) जिसे 'म्याऊं म्याऊं' नाम से भी जाना जाता है, उसे बरामद किया है। इतनी बड़ी मात्रा में बरामद किए गए ड्रग्स की कुल कीमत लगभग ढाई हजार करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस के मुताबिक, ऑपरेशन पुणे में तीन ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी के साथ शुरू हुआ, साथ ही 700 किलोग्राम मेफेड्रोन की जब्ती भी हुई। इन व्यक्तियों से बाद में की गई पूछताछ के बाद दिल्ली के हौज खास इलाके में गोदाम से अतिरिक्त 400 किलोग्राम सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किया गया।
मेफेड्रोन की एक और बड़ी खेप पुणे के कुरकुंभ एमआईडीसी क्षेत्र से बरामद की गई। कुल 1100 किलो की जब्ती देश में अब तक बरामद की जाने वाली सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप है। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि प्रतिबंधित ड्रग्स को कुरकुंभ एमआईडीसी स्थित यूनिट से नई दिल्ली में भंडारण करने के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस ने ऑपरेशन के सिलसिले में पांच लोगों को पकड़ा है, जिनमें तीन कूरियर और दो अन्य शामिल हैं, जिनसे फिलहाल पूछताछ चल रही है।
पुलिस आयुक्त कुमार ने कहा, ''रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान हमें दो गादामों का पता चला जहां और 55 किलोग्राम एमडी मिला। कुमार ने कहा, ''तीनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर कुरकुंभ एमआईडीसी क्षेत्र में एक अन्य अभियान चलाया गया और वहां एक यूनिट से बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया गया।'' वहीं, आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी कुमार ने कहा, '' जांच युद्धस्तर चल रही है और जुड़ी कड़ियों को खंगाला जा रहा है तथा हमारी टीम अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है।'' गिरफ्तार आरोपियों की पृष्ठभूमि के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि वे मुख्य रूप से 'कूरियर ब्वाय' के रूप में काम कर रहे थे और उनके खिलाफ कुछ मामले दर्ज हैं।
पुलिस आयुक्त ने यह कहते हुए इस बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। जब उनसे पूछा गया कि क्या मादक पदार्थ तस्कर ललित पाटिल का किसी भी रूप में इस जब्ती से कोई संबंध है तो उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा कुछ सामने नहीं आया है। पिछले साल पाटिल का नाम तस्करों के सरगना के तौर पर सामने आया था। पुलिस ने मुंबई में दो महीने के अभियान के बाद 300 करोड़ रुपये का मेफेड्रोन जब्त किया था। पाटिल पुणे में एक सरकारी अस्पताल से भाग गया था लेकिन उसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था।