मोहाली। State विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए आईएएस अधिकारी संजय पोपली व अन्य आरोपियों के खिलाफ अब आय से अधिक संपत्ति के मामले में 3 आरोप पत्र Number 31, 40 aur 41 विशेष अदालत में दायर किए गए हैं। पहला aur teesre आरोप पत्र संजय पोपली और संजीव वत्स के खिलाफ है जबकि दूसरे आरोप पत्र में संजय पोपली के अलावा संदीप वत्स और हर्ष अधिकारी का नाम शामिल है। अब आने वाले समय में इस मामले में आरोपी पर आरोप तय होंगे। साथ ही केस की नियमित सुनवाई चली है। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की जमानत नहीं हो पाई है।
विजिलेंस की कहानी अदालत में कमजोर न पड़े ऐसे में उच्च अधिकारियों ने काफी मेहनत की है। जहां सारे केस में उचित साक्ष्य जुटाए गए हैं। वहीं, मामले में सौ से अधिक गवाह बनाए गए हैं जोकि आरोपियों की अदालत में पोल खोलेंगे। एक आरोप पत्र 19 तो दूसरा आरोप 15 पेज का है। आईएएस संजय पोपली पर सीधा आरोप है कि वह ठेकेदारों व अधीनस्थ अफसरों से रिश्वत के रूप में मोटी रकम वसूलता था। उसने रिश्वत के पैसे से महंगे मोबाइल समेत कई चीजें खरीदता था। यहां तक अपने घर के काम का निर्माण करवाने के बदले भी रिश्वत ली थी।
विजिलेंस ने इस मामले में अब संजय पोपली के खिलाफ पंद्रह से बीस ठेकेदारों के बयान दर्ज किए हैं। इस मामले में कुछ अधिकारियों ने भी अपने बयान दर्ज करवाए हैं। याद रहे कि इस संजय पोपली को भ्रष्टाचार के मुख्य केस में चालान पेश कर चुकी है। उसमें विजिलेंस ने 55 गवाह बनाए हैं। वह राज्य में नई सरकार बनने के बाद पहले अधिकारी थे जिन्हें रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।