जय हिन्द न्यूज/लुधियाना
पंजाब राज्य महिला आयोग ने करीब 10 साल पहले 10.10.2011 को बठिंडा पुलिस की एक होटल में रेड के बाद पंजाब पुलिस को राज्य के गृह सचिव के जरिए ताकीद जारी की थी कि सादगी से नाचकर अपना परिवार चलाने वाली महिलाओं के खिलाफ पुलिसिया एक्शन लेने से गुरेज किया जाए। मगर दशक क्या बीता राज्य पुलिस ने मानों माननीय आयोग के इस आदेश को रद्दी की टोकरी में फेंककर फिर से ऐसी महिलाओं को बदनाम करने में लग गई है।
ताजा मामला लुधियाना के पुखराज होटल का सामने आया है जहां करीब 2 दिन पहले सिटी की थाना 2 पुलिस ने रेड करके होटल में से 6 लड़कियों और 25 के करीब लोगों को अश्लील डांस और बिना परमिशन शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार करने का दावा किया। पुलिस ने सभी के खिलाफ अश्लीलता फैलाने और बिना परमिशन शराब पिलाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया।
पुलिस के केस दर्ज करने के बाद जब घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो उसमें किसी भी प्रकार का अश्लील डांस होता सामने ही नहीं आया जबकि पंजाबी सूट पहने युवतियां पंजाबी गीतों पर उतना डांस कर रही थी जितना पंजाबी-हिंदी फिल्मों और सोशल मीडिया पर चलने वाले क्लिप्स में होता आम होता दिख ही जाता है।
अत: यह मामला उछला और अंगुली पुलिस की तरफ उठने लगी कि पुलिस ने ऐसी तोहमत परिवार चलाने के लिए डांस करने वाली महिलाओं पर क्यों लगा दी जबकि पंजाब महिला आयोग इस बारे में पहले ही कड़ी हिदायतें जारी कर चुका है कि अच्छे कपड़े पहनकर डांस करने वाली महिलाओं को परेशान न किया जाए।
और तो और वीडियो के मुताबिक देखा जाए तो मौके पर बिना परमिशन शराब पिलाने की सूरत में कानूनी कार्रवाई होटल मालिक के खिलाफ की जानी थी। मगर लुधियाना पुलिस ने सभी को एक ही रस्सी के साथ बांध दिया। हालांकि सोशल मीडिया पर घूम रहा वीडियो किसी भी सूरत में किसी महिला के अश्लील डांस करने की पुष्टि नहीं कर रहा है।
उधर, पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी का कहना है कि प्रिंट-इलैक्ट्रोनिक तथा सोशल मीडिया के जरिए मामला उनके भी ध्यान में आया है। आफिस अधीक्षक को मामले का अध्ययन करके रिपोर्ट तलब की गई है। यदि मामले में जरा सी पुलिसिया चूक सामने आती है, तो राज्य पुलिस को पुराने आदेश के उल्लंघन समेत नोटिस जारी किया जाएगा।