जय हिन्द न्यूज/जालंधर
पुलिस को राजनीति से दूर रखने का दावा करके पंजाब की सत्ता पर काबिज होने वाली आम आदमी पार्टी के राज में भी पुलिस राजनेताओं के हाथों की कठपुतली बनी नजर आ रही है। गत दिवस राजनीतिक इशारे पर एक डीसीपी ने आनन-फानन में भाजपा नेता मुकेश मोनू पुुरी पर चोरी का झूठा मामला दर्ज करवाकर बेइज्जती करवाई थी तो अब एक जमीन मालिक पर खुद की जमीन पर कब्जा करने और अपनी जमीन पर लगे कैमरे चोरी करने का झूठा मामला एक साजिश के तहत दर्ज करवाए जाने को लेकर डीसीपी रिटायर होकर विधायक बने बलकार सिंह सवालों के घेरे में आए हैं।
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शिरोमणि अकाली दल (बादल) के नेता एच.एस. वालिया और कांग्रेस नेता निर्मल सिंह निम्मा ने यह आरोप आज प्रैस कांफ्रैंस करके विधायक बलकार सिंह पर लगाया जिस पर बलकार सिंह ने अपने चिर-परिचित अंदाज में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उनका इस मामले में कोई लिंक नहीं है। हैरत की बात यह भी कि बलकार सिंह ने आनन-फानन में दर्ज मामले को लेकर ग्रामीण पुलिस के खिलाफ कोई स्टैंड लेने से भी इंकार कर दिया जिससे साफ झलका कि उनका इस मामले में पूरा-पूरा हाथ है।
प्रैस कांफ्रैंस में वालिया-निम्मा ने यह आरोप भी लगाया कि करतारपुर का डीएसपी सुरिंदर पाल धोगड़ी विधायक बलकार सिंह की सिफारिश पर ही लगाया गया है क्योंकि विधायक बलकार सिंह मौजूदा डीजीपी गौरव यादव के काफी चहेते रहे हैं और वो उनकी कोई भी बात नहीं टालते इसलिए उनकी सब-डिवीजन में उनको यस-सर कहने वाला डीएसपी लगाया गया है ताकि वो अपने हिसाब से लोगों को पुलिसिंग से डरा-धमका सके।
बयान के दौरान वालिया ने चुटकी लेते हुए कहा कि जिस प्रकार से विधायक बलकार सिंह थाना मकसूदां, लांबड़ा और करतारपुर में अपने चहेतों की पोस्टिंग करवाकर अपने हिसाब से तीनों थानों को चला रहे हैं, उस हिसाब से इनको अपनी हवेली में एक ही आफिस पुलिस के लिए खोल देना चाहिए और पुलिस को भी अपने हिसाब से चलाना शुरू कर देना चाहिए।
उधर, सुविज्ञ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विधायक बलकार सिंह का कारोबारी स्लीपिंग पार्टनर होने का दावा करने वाला कोलोनाइजर पाजी राजू उक्त विवादित जमीन को हथियाकर वहां कालोनी स्थापित करना चाहता है जबकि इधर शिअद नेता इस विवादित जमीन पर खुद कालोनी स्थापित करना चाहते हैं और दूसरे पक्ष को आधी जमीन अपने साथी सुरिंदर को बेचने के लिए अपने ढंग से दबाव बना रहे हैं। अब देखना शेष होगा कि विवादित जमीन को लेकर कौन सा पक्ष किसको काटकर कालोनी काटने में कामयाब हो पाता है।