जय हिन्द न्यूज/जालंधर
शेयर होल्डर जतिन शूर को चूना लगाने के आरोपों का सामना कर रहे और शेयर विवाद के चलते होटल की संपति पर स्टेआर्डर जारी करवा बैठे होटल प्रैजीडैंट के स्वयं-भू मैनेजिंग डायरैक्टर जे.पी. सिंह (जतिंदर पाल सिंह) अब केंद्र व पंजाब सरकार के खजाने को मोटा रगड़ा लगाने की तैयारी में बताए जा रहे हैं।
जानकारी मिली है कि आरोपी जे.पी. सिंह ने एक सोची समझी और बड़ी गहरी साजिश के तहत बाजार में ब्रांड प्रोमोशन करने वाली एक कंपनी के साथ सांठ-गांठ करके एक मैंबरशिप ऑफर को लांच किया है जिसके तहत केंद्र व राज्य सरकार के टैक्स जी.एस.टी. की चोरी को बड़े योजनात्मक ढंग से अंजाम दिया जाएगा।
टैक्स चोरी की सूचना के आधार पर जब ब्रांड प्रोमोशन कंपनी के फील्ड एग्जीक्यूटिव को बुलाकर डील की गई और उस आधार पर होटल में फोन करके क्रास चैक किया गया तो सूचना पर मोहर लगी कि होटल प्रबंधन जीएसटी चोरी की दिशा में तेजी से अपने पांव बढ़ा रहा है।
दरअसल, चोरी का यह मामला तब शीशे की तरह साफ हो गया जब 4200 रुपए में ऑफर बुललेट बेचने वाले एग्जीक्यूटिव ने दावे के साथ कहा कि इसमें साल में दो बार 6 महीने के अंतराल में 2 कमरे फ्री मिलेंगे, बिल भी नहीं बनेगा और टैक्स भी नहीं देना होगा जोकि सीधे तौर पर सिटी पुलिस के नियमों का भी उल्लंघन है।
यही नहीं अभी और सुनिए बुकलेट साथ ही यह दावा भी किया जा रहा है कि 4000 रुपए का फूड कूपन फ्री रहेगा, 1500 के तीन बिलों पर 750 रुपए के तीन कूपन अप्लाई होंगे, 2-2 हजार रुपए के तीन बिलों पर एक-एक हजार रुपए के तीन कूपन लागू होंगे और 5000 रुपए के चार बिलों पर 2-2-2 हजार रुपए के चार डिसकांऊट लागू होंगे, अब टैक्स चोरी यहां हुई क्योंकि न बिल बनेगा न टैक्स देय होगा।
उधर, मीडिया से सदैव कन्नी काटे रखने वाले खुश्की स्वाभाव के मालिक होटल प्रैजीडैंट के स्वयं-भू मैनेजिंग डायरैक्टर जे.पी. सिंह ने बात करने से इंकार कर दिया तो उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई लडऩे वाले अन्य मालिकाना समूह के सदस्य जतिन शूर ने संपर्क करने पर इस टैक्स चोरी के जरिए पर कड़ा ऐतराज जताया।
जतिन ने कहा कि होटल के अंदर काफी बड़े पैमाने पर मनमानियां चल रही है। जीएसटी की चोरी का यह मामला बेहद संगीन है जिसके खिलाफ वे खुद आवाज उठाएंगे और विभाग को शिकायत करेंगे और अगर कानून का सहारा लेना पड़ा तो वो भी अख्तियार करेंगे लेकिन अपने पापा के मेहनत से खड़े होटल के अंदर एक भी देश विरोधी व समाज विरोधी काम नहीं होने देंगे।
उन्होंने बताया कि उनकी याचिका पर होटल की चल अचल संपति पर स्टेआर्डर जारी है लेकिन बावजूद इसके होटल का संचालन जबरन अपने हाथों में लेकर चल रहे जेपी सिंह ने गत दिवस होटल जिम की 35-40 लाख रुपए की मशीनरी महज 10-15 लाख रुपए में किसी को चुकवा दी है जिसकी जानकारी उनको मिल चुकी है।
श्री शूर ने यह भी बताया कि उनके शेयर वाले होटल प्रैजीडैंट में ऑफिशियल इंकम कम दिखाने के उद्देश्य से बार में बिकने वाली शराब और बैंकवेट की बिलिंग 25 प्रतिशत की जा रही है। ऐसा करने से भी जीएसटी की चोरी हो रही है जिसको रोकने के लिए जीएसटी विभाग की मदद ली जा रही है और कुछ लोगों को डमी कस्टमर बनाकर भेजा जा रहा है ताकि इनके टैक्स चोरी के खेल का जल्द से जल्द भंडाफोड हो सके।
बहरहाल, इन सब बातों को लेकर होटल प्रैजीडैंट एक बार फिर नैगेटिव चर्चा में आ गया है। एक जमाने में प्राइम प्रापर्टी समझे जाने वाले इस होटल प्रबंधन का नाम अब टैक्स चोरों की गिनती में आने जा रहा है जिसको लेकर संबंधित पक्ष यदि अपनी और भी कोई बात कहना चाहते हैं तो लिखित में पेश कर सकते हैं।