जय हिन्द न्यूज/जालंधर
करीब दो दशक पूर्व कॉंग्रेस की कैप्टन सरकार के शासनकाल के दौरान नगर निगम जालंधर के भ्रष्टाचार राज के धृतराष्ट्र बनकर उभरे सुरिंदर महे और दशक पहले शिरोमणि अकाली दल (बादल) की तानाशाही सरकार में दोआबा के सेनापति/ CPS रहकर भागीदार बने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी अविनाश चंद्र अब मिलकर करतारपुर हल्का में भाजपा की जीत निश्चित बनाने का काम करेंगे।
हाल ही में भाजपा में शामिल हुए अविनाश चंद्र जिनके ख़िलाफ़ केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली मोदी सरकार की एजेंसी ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दायर कर रखा है, ने आज पार्टी में शामिल होने के बाद करतारपुर सीट के भाजपा उम्मीदवार सुरिंदर महे के लिए खुलकर काम करने का ऐलान किया है।
जनता के लिए हास्यस्पद यह कि दोनों नेता अब मिलकर आम आदमी पार्टी के उस उम्मीदवार बलकार सिंह (Retd PPS)
का मुकाबला करेंगे जो उनके शासनकाल में उनका पुलिस अफसर रहा और उनके इशारे पर हल्के में काम करता रहा है जबकि दूसरा वो जो अविनाश चंद्र की नर्सरी पार्टी BSP की तरह से चुनाव लड़ रहा है और बीते समय में पत्रकार रहते राजनीतिक दलों के भ्रष्टाचार की पोल खोलता रहा है।
ताजा समीकरण यह है कि सुरिंदर महे ने आज अविनाश चन्द्र से मुलाकात की। काफी देर तक दोनों के बीच बातचीत हुई, जिसके बाद अविनाश ने महे को खुलकर समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। बता दें कि 2007 में अविनाश चन्द्र करतारपुर से कॉंग्रेस के दिग्गज और सुरिंदर महे के godfather चौधरी जगजीत सिंह को हराकर विधायक बने थे। उसके बाद 2012 में अविनाश फिल्लौर से विधायक बने थे।
बहरहाल, आज के इस समीकरण के बाद करतारपुर की जनता में यह चर्चा छिड़ गयी है कि पुराने नेताओं का किसी भी पार्टी या जनता प्रति कोई स्टैंड नहीं है। उनका मानना है कि अविनाश और सुरिंदर महे के समर्थन वाली सरकारों ने हल्के का कोई विकास नहीं किया इसलिए इस बार कुछ नया किया जाए या फिर पुराने MLA को ही एक चांस दिया जाए जो लीक से हटकर नयी छवि वाले CM चरणजीत चन्नी की टीम का मेंबर है या फिर जनता के मुद्दे ख़बरों के जरिए उठाने वाला पत्रकार एडवोकेट बलविंदर कुमार को मौका दे। देखना शेष होगा कि करतारपुर हल्के में घूम रहा राजनीतिक ऊंट अब किस करवट बैठता है।