जय हिन्द न्यूज/जालंधर
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार देर रात बड़ी कार्रवाई कर अवैध खनन मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को गिरफ्तार कर लिया। जालंधर में ईडी अधिकारियों द्वारा करीब 8 घंटे पूछताछ के बाद हनी को गिरफ्तार किया गया। 18 जनवरी को चन्नी की साली के बेटे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और अन्य के ठिकानों पर ईडी ने छापे मारे थे।
आरोपी हनी के चंडीगढ़, लुधियाना, मोहाली और फतेहगढ़ के दस अलग-अलग ठिकानों पर छापे पड़े थे। आशंका जताई जा रही है कि धन शोधन और अवैध बालू खनन के लिए मुखौटा कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा था। प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पता चला है कि भूपिंदर सिंह, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार प्रोवाइडर्स ओवरसीज सवसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।
इस कंपनी की स्थापना अक्टूबर 2018 में हुई थी। छह महीने बाद कुदरतदीप सिंह के खिलाफ अवैध बालू खनन मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ईडी को संदेह है कि रेत खदान का ठेका दिलाने में काले धन का निवेश किया गया था।
सूत्रों का कहना है कि कंपनी बहुत छोटे पैमाने की है और करोड़ों का ठेका मिलने की संभावना नहीं है। एक बयान में, प्रवर्तन निदेशालय ने कहा था कि अवैध रेत खनन और संपत्ति लेनदेन, मोबाइल फोन, 21 लाख रुपये से अधिक के सोने और 12 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ी से संबंधित अपमानजनक दस्तावेज भी तलाशी के दौरान जब्त किए गए थे। इसके बाद से सीएम चन्नी विपक्ष के निशाने पर आ गए थे।
आम आदमी पार्टी तो सीएम के खिलाफ राज्यपाल तक से कार्रवाई की मांग कर चुकी है। इसके बाद पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब मामलों के सह प्रभारी राघव चड्ढा द्वारा दी गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए प्रदेश के डीजीपी को अवैध रेत खनन मामले में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ लगे आरोपों की उच्चस्तरीय जांच करने का आदेश जारी किया है।