जय हिन्द न्यूज़/जालंधर
शहर के लाजपत नगर स्थित Peddlers बार को स्टेट एक्साइज विभाग ने न्यू ईयर जश्न की रात "तस्करीशुदा" शराब पिलाने की तैयारी करते रंगे हाथ दबोच लेने का दावा किया है। इंस्पेक्टर रमन भगत की माने तो वीडियोग्राफी रेड के दौरान उनको मौके से 52 बोतल विदेशी शराब FMFL बरामद हुई है जिसको पिलाने की अनुमति सरकार ने उनको नहीं दी है।
हालांकि सूत्रों का दावा है कि बार के अंदर 12 पेटी (12X12= 144) बोतल विदेशी अवैध FMFL शराब स्टोर की गई थी लेकिन उनको किसी तहखाने में छुपाए जाने और स्टाफ के कारण वो बरामद नहीं हो पाई होगी। बहरहाल, इतनी खेप बरामद होने मात्र से ही बार मालिक सवालों के घेरे में आ गया है।
पता चला है कि ETO हरजोत सिंह ने इंस्पेक्टर रमन भगत और रेशम की रेड रिपोर्ट पर अपनी मोहर लगाकर उसको जालंधर डिविजन के डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर को भेजा जा रहा है। कानून के मुताबिक बार को हैवी पेनाल्टी के साथ-साथ इसका लाइसेंस रद्द जा सकता है।
उधर, कानूनविदों की माने तो यह कार्रवाई नाकाफी होगी क्योंकि ऐसा करने से तस्करी वाली FMFL शराब को अवैध ढंग से बेचने वाले पर कार्रवाई नहीं हो पाएगी। यह जांच का विषय भी है कि यह विदेशी शराब कस्टम डयूटी पेड है या नहीं, इसका GST पेड है या नहीं और स्टेट एक्साइज पेड है या नहीं। यह सवाल अनसुलझे रह जाएंगे।
ऐसी सूरत में मामले की जांच करने के लिए FIR दर्ज करवाना ज़रूरी है ताकि इस अवैध खेल की तह तक जाकर विदेशी शराब के इस नेक्सस को ब्रेक किया जा सके। ऐसी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह नेक्सस एक बार तक सीमित होगा। जाँच में और बार के नाम भी सामने आ सकते हैं। अब अगर FIR दर्ज होती है तो ED का संज्ञान लेना भी तय है क्योंकि तस्करी के खेल में ब्लैकमनी और विदेशी पेमेंट जांच का विषय होगा।
बहरहाल, एक्साइज विभाग ने इसको लेकर तैयारी कर ली है। रेड मारने वाली एक्साइज टीम की तरफ से पैडलर्स के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में लिखा गया है कि न्यू ईयर पार्टी की रात विभाग ने वहां रेड की थी और पैडलर्स से 52 बोतल important शराब बरामद की गई थी। उन बोतलों पर सेल फॉर पंजाब का स्टिकर नहीं लगा था। यानि कि वह बोतल पंजाब सरकार से मान्यता प्राप्त IMFL नहीं थी।
सूत्रों की माने तो यह ये विदेशी बोतलें गैर-कानूनी ढंग से पैडलर्स संचालकों ने मंगवाई थी। ये बोतलें चंडीगढ़ से लाई गई या कहीं और से, इस बारे में अभी जांच जारी है। इस लापरवाही के कारण एक्साइज टीम की तरफ से पैडलर्स के लाइसेंस को रद्द करने की रिपोर्ट तैयार करके डीईटीसी को भेजी जा रही है।
अब देखना शेष होगा कि डीईटीसी आरोपी पैडलर्स बार का लाइसेंस रद्द करते है, उन पर FIR करवाते है या जुर्माना लगाकर चेतावनी देते है। फिलहाल जल्द ही इसका खुलासा होगा कि विभाग क्या एक्शन लेना जा रहा है। हालांकि लाइसेंस होने के कारण पैडलर्स को फिलहाल हार्ड ड्रिंक सर्व करने की इजाजत दे दी गई है। मगर मामले ने रईस लोगों की रईसी का "कच्चा चिठ्ठा" जगजाहिर कर दिया है क्योंकि इससे पहले "PAPA WHISKY" वालों की करतूत भी उजागर हो चुकी है।
अब जरा सुनिए, बार मालिक क्या बोला
कुछ लोग मीडिया को हल्के में लेते हैं, संभवतः पैडलर्स के मालिक पर्व अग्रवाल ने भी लिया और मीडिया के पूछने पर दावा किया है कि उनके बॉर से कोई अवैध शराब बरामद नहीं हुई है। हालांकि जब उनको ईटीओ हरजोत सिंह से हुई बात और उनकी तरफ से किए जा रहे वीडियोग्राफी के दावे का बताया गया तो वो ..........निःशब्द हो गए बताए गए।