जय हिन्द न्यूज/जालंधर
"मोहल्ला कमेटी" की आड़ में बिल्डिंग ठेका कंपनी के संचालक से बतौर सिक्योरटी लिए चेकों का दुरुपयोग करके ठगी करने के मामले में स्थानीय अदालत ने शहर के जाने-माने कमेटी प्लेयर्स को सम्मन जारी कर कोर्ट तलब किया है।
मजे की बात यह कि आरोपियों में भाजपा, शिअद तथा कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता समेत शहर के कुछ बड़े नामी कारोबारी और पहले से क्रिमिनल केसों का सामना कर रहे आरोपी भी अब कानूनी लपेटे में आ गए हैं।
केस का ताजा अपडेट यह कि कोर्ट के बुलाने पर विगत 25.11.2021 को पेश न होने की सूरत में कोर्ट ने आरोपियों के अरैस्ट वारंट जारी किए हैं। वहीं, दूसरी तरफ आरोपियों के निकटतम सूत्रों से भी जानकारी मिली है कि कोर्ट से सम्मन और बाद में अरैस्ट वारंट जारी होने से घबराए लगभग सभी आरोपियों ने सैशन कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की है जिसमें से किसी एक को तत्काल राहत मिलने की खबर है। दो की डेथ रिपोर्ट भी आई है।
बहरहाल, यह खबर शहर के मोहल्ला कमेटी प्लेयर्स में काफी गर्माया हुआ है और जो भी नेता, व्यापारी और सफेदपोश इस ब्लैकमनी के खेल में शामिल है, वो इस मामले को रफा-दफा करने में जुट गए। वहीं, इसी बीच जानकारी यह भी मिली है कि गली-मोहल्ले से कचहरी तक पहुंचे इस मामले की भनक आयकर विभाग को भी लग गई है।
सूत्रों की माने तो वहां भी इस मामले की अलग फाइल बनाने का आदेश जारी हो गया है जिसकी फिलहाल किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। हालांकि पूछे जाने पर एक अधिकारी ने लैट मी चैक के साथ जबाव दिया है।
शिकायतकर्ता परमजीत सिंह अरोड़ा का कहना है कि उनको कमेटी के खेल में फंसाकर उनके चैक लिए गए और उनका गलत इस्तेमाल किया गया है। कोर्ट में केस भी दर्ज कराए गए हैं लेकिन सभी मामलों से पहले ही वो पुलिस को सूचित कर चुके थे।
वहीं, दूसरी तरफ आरोपियों का पक्ष सुनना शेष है लेकिन चूंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण जब उनकी तरफ से अदालत के समक्ष जो भी लिखित में प्रस्तुत किया जाएगा, उसको पक्ष मानकर उसका भी प्रकाशन किया जाएगा। बहरहाल, आरोपी पक्ष के लिए यह केस चुनौती बनकर उभर आया है जिसका रुख क्या होगा, यह समय भी बताएगा।
उल्लेखनीय है कि देश के कानून में पैसों से कमेटी डालने पर बैन लागू है लेकिन फिर भी लोग धड़ल्ले से बेखौफ होकर इस अवैध धंधे को अंजाम दे रहे हैं। जालंधर में खुद को कमेटी किंग समझने वाला प्रिंस सपेरा तो इस खेल की आड़ में जमकर ब्लैकमेलिंग भी कर रहा है। इस अवैध धंधे के प्रफुल्लित होने को लेकर सिटी पुलिस ने भी कभी कोई कड़ा संज्ञान नहीं लिया लेकिन इसको लेकर हुए विवादों में चांदी जमकर कूटी। हालांकि पुलिस की जिम्मेदारी ऐसे मामलों की जानकारी आयकर विभाग को रैफर करने की थी लेकिन पुलिस ने हमेशा अपने स्तर पर ही मामले को डील किया। इस ताजा मामले के अलावा और भी कई मामलों को उसी एसीपी ने ही डील किया जिसको एसीपी (कमेटी) के नाम से भी जाना जाता रहा है लेकिन अब वो रिटायर हो चुका है।
कोर्ट ने जिनको किया है सम्मन
बकौल, शिकायतकर्ता पहला आरोपी बंटू सारंगल भाजपा नेता है, दवाई की दुकान करने वाला जेपी नगर का प्रितपाल सिंह - शिरोमणि अकाली दल (बादल) से जुड़ा है। आरोपी विनोद अब नहीं है। हैंडटूल की सप्लाई करने वाला कमलदीप सिंह लाड्डी (विरसा सिंह वल्टोहा से जुड़ा है), विकास स्याल और गौरव स्याल दोनों भाई जोकि भाजपा से जुड़े है तथा इनमें से एक विदेश जा चुका है, इसी तरह नकोदर रोड पर आर.के ढाबा के सामने सुजूकी का शोरूम और अनमोल फाइनांस के नाम से काम करने वाले दिनेश अरोड़ा जोकि कांग्रेस से जुड़े हैं, फौज से रिटायर्ड गुरिंदरपाल सिंह फौजी, इसी तरह प्रितपाल सिंह का भाई गुरपाल सिंह जो कि आईलैट्स व फाइनांस का काम करता था अब कनाडा जा चुकता है, कांग्रेस पार्टी से जुड़े और रेता-बजरी का काम करने वाले हरजीत सिंह बवेजा उर्फ मोंटी जिनके बारे में बिना किसी सबूत कहा कि उन्होंने रैड पैटल होटल का भी 80 लाख रुपया देना है, विदेश सामान भेजने का काम करने वाले भुपिंदर सिंह चावला शिअद से जुड़े हैं, चरणजीत सिंह चस्की, रेता-बजरी का काम करता है तथा उसकी मेयर जगदीश राजा के साथ उठनी-बैठनी है, इसी तरह बिट्टू चावला (मृत), चावला बिल्डिंग मैटीरियल के संचालक चस्की का पिता अमरजीत सिंह अम्बा जोकि कमेटी प्लेयर है। यह भी बताया कि यह बिट्टू, चस्की और अम्बा वही हैं जिनसे दुखी होकर आनंद स्पोट्र्स के मालिक कमलजीत सिंह ने बिट्टू के घर सुसाइड कर ली थी जो बाद में मामला रफा-दफा हो गया था। इसी प्रकार ठगी मामले में पहले से ही नामजद इन्द्रपाल सिंह चौहान जो कि जेल भी जा चुका है और अब जमानत के बाद अंडर ट्रायल है। दशहरा ग्रांऊड, बस्ती शेख स्थित प्रिंस सर्जीकल के संचालक राजबीर सिंह जो कि काफी मामलों में लिप्त बताए जा रहे हैं। पाकिस्तान से माल मंगवाकर सर्जीकल का कारोबार करने वाले राजबीर सिंह जोकि जेल रह भी आएं और अब दूसरी पार्टी को जेल भिजवाने में लगे है, जमशेर गांव में फीड-खाद का कारोबार करने वाले रजिंदर भाटिया जो कि कमेटी प्लेयर के तौर पर भी जाना-जाता है। फीड कारोबारी इन्द्रपाल सिंह चौहान जोकि कांग्रेस से जुड़े हैं तथा ठगी मामले में नामजद हो चुके हैं। एसी सर्विस रिपेयर नरिंदर कुमार जोकि कमेटी प्येलर है तथा कांग्रेस पार्टी से जुड़ा है, इसी प्रकार बैग मैटीरियल मनोज कुमार जोकि कांग्रेसी है तथा कमेटी प्लेयर के तौर पर जाना-जाता है, इसी तरह सजाजाफ्ता पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया के खास माने जाते और शिअद नेता मंजीत सिंह टीटू को हराने में गेम चेंजर की भूमिका निभाने वाले और डिप्टी मेयर हरसिमरन बंटी को विगत चुनाव जिताने में अहम रोल अदा करने वाले रौनक ज्वैलर के संचालक रौनक सिंह, इंकम टैक्स के डीसी रहे चन्द्र मोहन के दामाद यशपाल जोकि फूड सप्लीमैंट कारोबारी है तथा कांग्रेस से जुड़े हैं तथा खुद को लोकसभा सांसद चौधरी संतोख सिंह के खास होने का दावा करने वाले तथा शहनाई पैलेस रोड पर अरोड़ा बिल्डिंग मैटीरियल का संचालन करने वाले संजीव अरोड़ा जोकि कांग्रेसी है, के खिलाफ कोर्ट ने सम्मन जारी किए हैं जिनको अब इस क्रिमिनल ट्रायल का सामना करना होगा।