जय हिन्द न्यूज/जालंधर
ट्रेवल फ्राड पर अंकुश लगाने के लिए पंजाब में लागू किया नया ट्रेवल कानून ठग किस्म के लोगों को रास आ रहा है। शातिर एजैंट जहां पहले बिना लाइसैंस के ठगी को अंजाम देते आ रहे थे, वो अब लाइसैंसशुदा होने के बाद खुलकर लूट मचा रहे हैं।ताजा मामला एम.के.ओवरसीज ऐजुकेशन कंसल्टैंट के संचालक मोहन कक्कड़ और उनकी पत्नी पूनम कक्कड़ का है जिनके खिलाफ बीते दो-तीन सालों के दौरान तेजी से ठगी के मामले दर्ज हो रहे हैं। मजे की बात यह भी कि इनके वकील अशोक गांधी ने भी इनके खिलाफ ठगी -जालसाजी का मामला दर्ज करवा रखा है।
मूलत: कस्बा नकोदर के रहने वाले विवादित ट्रेवल दंपति मोहन-पूनम कक्कड़ के खिलाफ नया मामला जालंधर सिटी के थाना नई बारादरी में आईपीसी की धारा 406, 420 और पंजाब ट्रेवल प्रोफेशनल एक्ट की धारा 13 के तहत दर्ज हुआ है।स्थानीय 99 न्यू दशमेश नगर लाडोवाली रोड जालंधर निवासी प्रदीप कुमार पुत्र जगदीश ठाकुर जो कि पेशे से इंजीनियर है, ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी योग्यता के आधार पर केनेडा की पी.आर. लेने के लिए आरोपी मोहन कक्कड़ और पूनम कक्कड़ से मुलाकात की थी।
आरोप लगाया कि साल 2018 के ट्रेवल दंपति मोहन-पूनम कक्कड़ ने उनको 20 लाख रुपए का पैकेज बताया और तयशुदा सौदे के तहत 10 लाख रुपए एडवांस दोनों को दिए गए। काफी समय बीत जाने के बाद भी जब वीजा लगवाने में विफल रहे तो प्रदीप ने अपनी रकम वापिस मांगी। इसके बाद भी जब प्रदीप का वीजा नहीं लगवा पाए तो 20.5.2021 को आरोपी ट्रेवल दंपति ने प्रदीप को 10 लाख रुपए का चैक जारी किया जो बांऊस हो गया।
अंतत: मामला सिटी पुलिस के पास पहुंचा। पूर्व एसीपी सैंट्रल हरसिमरत सिंह छेत्रा ने मामले की विस्तार जांच की। उनके तबादले के बाद एसीपी बलविंदर इकबाल सिंह काहलों ने भी अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर के समक्ष पेश करके ट्रेवल दंपति मोहन-पूनम कक्कड़ के खिलाफ केस दर्ज करने की सिफारिश की।
बता दे कि आरोपी ट्रेवल दंपति मोहन-पूनम कक्कड़ बीते समय के दौरान काफी लोगों के साथ ठगी के कांड खुलेआम करता आ रहा है। दोनों की तरफ से बैंकों के चैक भी ऐसे बांटे जा रहे हैं। जैसे आसमान से जहाज पर्चियां लुटाता आ रहा है। कुल मिलाकर अगर यह कहा जाए कि ट्रेवल दंपति मोहन-पूनम कक्कड़ पुलिस और जिला प्रशासन के नाक तले लाइसैंस लेकर भोले-भाले लोगों को सरकारी लाइसैंस दिखाकर दोनों हाथों से लूट रहे हैं, तो यह गलत न होगा।बहरहाल, पुलिस ने ही दोनों के खिलाफ एक्शन लिया लेकिन जिला प्रशासन अभी भी इनके मामलों को लेकर मौन है। अब देखना शेष होगा कि इस मामले का जिला प्रशासन कब संज्ञान लेता है।